अखिलेश बंसल, बरनाला:
32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तीन खेती कानूनों को रद्द करवाने और एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनवाने के लिए डटे किसानों का बरनाला रेलवे स्टेशन पर चल रहा आंदोलन शनिवार को 304 वें दिन में पहुंचा। किसानों ने आज के दिन शहादत प्राप्त करने वाले शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस को ‘साम्राज्य विरोधी दिवस के तौर पर मनाया। किसानों ने दो मिनट का मौन धारण कर शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलियां अर्पित की। इस मौके पर किसानों ने इंकलाबी गीतों का भी गायन किया। शहीद उधम सिंह के जीवन संघर्ष और बलिदान से अवगत कराया। किसान नेताओं बलवंत सिंह उपली,करनैल सिंह गांधी, उजागर सिंह बीहला, नच्छत्तर सिंह सहौर, मेला सिंह, नेक दरशन सिंह, बिक्कर सिंह औलख, रणधीर सिंह राजगढ़, रमनदीप कौर खड्डी कलां, जसपाल कौर करमगढ़, बलजीत सिंह चौहान के ने कहा कि शहीद उधम सिंह ने ताउम्र साम्राज्य का विरोध किया। वह भी शहीद भगत सिंह की तरह मानवीय हाथों मानव की होती लूट व अत्याचार को खत्म होने तक साम्राज्य विरुद्ध लड़ाई जारी रखने के हामी थे। इसी लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने उनके शहादत दिवस को साम्राज्य विरोधी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया। इस मौके किसानों ने ऐलान किया कि साम्राज्ञी कंपनियों के निर्देशानुसार बनाए खेती कानूनों को रद्द किए जाने तक संघर्ष जारी रहेगा।