अखिलेश बंसल, बरनाला:
शुक्रवार की सुबह होने से पहले ही मौत के घाट उतारे गए गांव सेखा निवासी ग्रंथी कुलदीप सिंह के हत्यारोपी को पुलिस ने काबू कर लिया है। पुष्टि करते सदर थाना प्रभारी एसआई जसविंदर सिंह ने कहा कि दोषी दरबारा सिंह के खिलाफ मृतक ग्रंथी कुलदीप सिंह के लडके वरिंदर सिंह के ब्यान पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने अधिक पूछताछ के लिए माननीय अदालत से रिमांड हासिल किया है।
अणख के लिए किया कत्ल
गौरतलब है कि हत्यारोपी दरबारा सिंह ने पुलिस द्वारा की गई तफ्तीश के दौरान साफ कह दिया है कि ग्रंथी कुलदीप सिंह उसके परिवार की महिलाओं को 30 साल पहले परेशान करता रहा है वह उसकी बहन से अवैध संबंध बनाना चाहता था। जो कि परिवार को बर्दाश्त नहीं था। परिवार ने कुलदीप सिंह को हरकतों से बाज आने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन वह सुधरने की बजाय गांव छोड़ फरार हो गया था। जैसे ही उसके गांव में आने की खबर मिली तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। उसने कहा कि किसी की बहन, बेटी व परिवार की महिलाओं को तंग परेशान करने वाले को समाज में जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। उल्लेखनीय है कि मृतक कुलदीप सिंह के शरीर पर लोहे के बरछे से किए 10 घाव मिले हैं। घटना से पहले शुक्रवार की सुबह होने से पहले 2 बजे कुलदीप सिंह अपने लडके वरिंदर सिंह के साथ सेखा स्थित गुरुद्वारा 9वीं पातशाही में पाठ करने स्कूटरी पर सवार हो जा रहा था। जैसे ही उसे पता लगा कि दरबारा सिंह उसका पीछा कर रहा है वह पास से गुजरते रजवाहे में कूद गया। दरबारा सिंह भी उसके साथ ही रजवाहे में कूद गया वहीं उसने ग्रंथी कुलदीप सिंह को मौत के घाट उतारा।
शुक्रवार की सुबह होने से पहले ही मौत के घाट उतारे गए गांव सेखा निवासी ग्रंथी कुलदीप सिंह के हत्यारोपी को पुलिस ने काबू कर लिया है। पुष्टि करते सदर थाना प्रभारी एसआई जसविंदर सिंह ने कहा कि दोषी दरबारा सिंह के खिलाफ मृतक ग्रंथी कुलदीप सिंह के लडके वरिंदर सिंह के ब्यान पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने अधिक पूछताछ के लिए माननीय अदालत से रिमांड हासिल किया है।
अणख के लिए किया कत्ल
गौरतलब है कि हत्यारोपी दरबारा सिंह ने पुलिस द्वारा की गई तफ्तीश के दौरान साफ कह दिया है कि ग्रंथी कुलदीप सिंह उसके परिवार की महिलाओं को 30 साल पहले परेशान करता रहा है वह उसकी बहन से अवैध संबंध बनाना चाहता था। जो कि परिवार को बर्दाश्त नहीं था। परिवार ने कुलदीप सिंह को हरकतों से बाज आने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन वह सुधरने की बजाय गांव छोड़ फरार हो गया था। जैसे ही उसके गांव में आने की खबर मिली तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। उसने कहा कि किसी की बहन, बेटी व परिवार की महिलाओं को तंग परेशान करने वाले को समाज में जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। उल्लेखनीय है कि मृतक कुलदीप सिंह के शरीर पर लोहे के बरछे से किए 10 घाव मिले हैं। घटना से पहले शुक्रवार की सुबह होने से पहले 2 बजे कुलदीप सिंह अपने लडके वरिंदर सिंह के साथ सेखा स्थित गुरुद्वारा 9वीं पातशाही में पाठ करने स्कूटरी पर सवार हो जा रहा था। जैसे ही उसे पता लगा कि दरबारा सिंह उसका पीछा कर रहा है वह पास से गुजरते रजवाहे में कूद गया। दरबारा सिंह भी उसके साथ ही रजवाहे में कूद गया वहीं उसने ग्रंथी कुलदीप सिंह को मौत के घाट उतारा।