अखिलेश बंसल, बरनाला
रविवार की तडकसार बरनाला-बाजाखाना मार्ग पर चलती कार के इंजन में ब्लास्ट हुआ इसके साथ ही भयंकर आग लग गई। घटनास्थल पर दमकल विभाग की गाड़ी पहुंचने से पहले ही अढ़ाई लाख रुपए कीमती अप्टरा कार, ईलाज से संबंधित मेड़िकल रिपोर्टस जलकर राख हो गई। लेकिन कार चालक और उसकी रिशेतदार बुर्जुग माता दोनों बाल बाल बच गए। घटनास्थल पर पहुंचे राहगीर किसानों ने हर सडक पर 40 किलोमीटर की दूरी पर फायर ब्रिगेड की गाडियां खड़ी करने की मांग की है। कार को लगी आग की घटना का कारण कार के इंजन में शार्ट सर्किट होना बताया गया है।
सुबह 4 बजे घटी घटना
जिले के कस्बा शैहना निवासी बेअंत सिंह पुत्र सुखचैन सिंह अपनी रिश्तेदार बुजुर्ग माता (नानी मां) का इलाज कराने के लिए गांव से पीजीआई चंडीगढ़ 4 बजे निकला था। जैसे ही वह बरनाला के नजदीक पक्खो कैंचियां के पास पहुंचा। उसने कार के इंजन में से धुआं निकलते देखा। वह कार से बाहर आ गया और उसने कार के इंजन का बोनट खोला तो उसमें पटाखे बजने लगे, उसने सबसे पहले जैसे ही बुजुर्ग माता को कार से बाहर निकाला कार में जबरदस्त बलास्ट हुआ और कार को भयंकर आग लग गई। धमाके के आवाज सुनकर नजदीक के ग्रामीण लोग घटनास्थल पर पहुंचे उन्होंने फायर ब्रिगेड विभाग को फोन किया। दमकल विभाग की गाडियों के पहुंचने से पहले ही कार पूरी तरह से जल कर राख हो गई।
टोल प्लाजा की जगह बनें फायरब्रिगेड दफ्तर
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों व राहगीरों का कहना था कि सरकारों ने लोगों की जेबें काटने और अपनी जेबें भरने के लिए हर 40 किलोमीटर पर टोल प्लाजा लगा दिए हैं वहां लोगों से जबरन पैसा वसूली करने के लिए बाउंसर तक को नौकरियां दी हैं लेकिन यदि हर 40 किलोमीटर पर छोटी छोटी डिस्पेंसरियां और फायर ब्रिगेड के दफ्तर बनाए होते तो सडक दुर्घटनाओं में लोगों को मरने और फसलों के नुक्सान को होने से रोका जा सकता था। आज हुई घटना में कार का राख होना सरकारों की नालायकी का ही हिस्सा है।