Banerjee Classes Karnal : 13 साल का लक्षित बनना चाहता है फाइटर पायलट

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देश भर मे नौवां और प्रदेश में पहला रैंक प्राप्त किया
देश भर मे नौवां और प्रदेश में पहला रैंक प्राप्त किया
  •  बनर्जी क्लासिज करनाल के लक्षित का हुआ आरआईएम सी में चयन
  • देश भर मे नौवां और प्रदेश में पहला रैंक प्राप्त किया
  • अब तक बनर्जी दे चुके हैं देश को 150 से अधिक आई * एएस, आईपीएस, जज और राज्य प्रशासनिक अफसर
  • करनाल में बनर्जी क्लासिज करनाल के लक्षित का हुआ आरआईएमसी में चयन

Aaj Samaj (आज समाज), Banerjee Classes Karnal, प्रवीण वालिया, करनाल,6 मार्च :
करनाल में बनर्जी क्लासिज की सफलता की श्रंखला में एक और अध्याय आज उस समय जुड़ गया जब यहां के 13 वर्षीय विद्यार्थी लक्षित ने राष्ट्रीय सैनिक कालेज आरआईएमसी की प्रवेश परीक्षा में नौ वां रैंक प्राप्त किया। उसका राष्ट्रीय सैनिक कालेज आर.आई. एम.सी में चयन हुआ। हरियाणा से एक मात्र विद्यार्थी लक्षित रहा।

आरआईएमसी में प्रवेश के लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षा ली जाती है। इसमें देश भर से हजारों विद्यार्थी भाग लेते हैं। जिसका इस कालेज में प्रवेश मिला। लक्षित को साक्षात्कार के लिए प्रशिक्षण मिहिर बैनर्जी ने दिया। मिहिर बैनर्जी यूपीएससी, ज्यूडीशियरी, राज्य प्रशासनिक सेवा, राज्य पुलिस सेवा के सथ एनडीए तथा अन्य परीक्षों की तैयारी के साथ साक्षात्कार की तैयारी करवाते हैं। लक्षित के पिता राजेश दुआ व्यवसायी हैं। उसकी मां मीनू दुआ कान्वेंट स्कूल में पीजीटी हैं। लक्षित ने बताया कि वह इस समय सैनिक स्कूल कंजपुरा का छात्र है। पांचवी तक उसने कान्वेंट स्कूल से पढ़ाई की।

उसने बताया कि उसने इसमें सफलता के लिए आठ से नौ घंटे तक पढ़ाई की। उसने यू ट्यूब के माध्यम से भी तैयारी की। लक्षित ने बताया कि यह उसका दूसरा प्रयास था। लक्षित की मां मीनू दुआ ने बताया कि वह शिक्षिका हैं। उन्होंने बच्चे की रुचि को देख कर उसे तैयार किया। उसकी काउसंलिग की। उन्होंने बताया कि वह चाहती थी कि उनका बेटा सैनिक अफसर बने। लक्षित ने बताया कि वह फाइटर पायलेट बनना चाहता है। इस अवसर पर मिहिर बैनर्जी ने बताया कि इस कालेज में पच्चीस सीटें होती हैं। इस बार केवल 22 बच्चों का ही देश भर से चयन हुआ।

इस कालेज में प्रवेश के लिए परीक्षा यूपीएससी से कम नहीं होती है। उन्होंने बताया कि लक्षित की प्रतिभा को सबसे पहले उसकी मां ने पहचाना। उसके बाद उसकी प्रतिभा को बैनर्जी सर ने तराशा। वह अब तक देश को 130 आईएएस आईपीएस, जज तथा राज्य प्रशासनिक और पुलिस सेवा के अधिकारी दे चुके हैं। इस अवसर पर गगन बनर्जी और देवेंद्र मोहन सिंह ने भी जानकारी दी।

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