आज समाज डिजिटल,कनीना:
कभी गरीबों के लिए पेट भरने का सबसे उत्तम फल केला माना जाता था किंतु अब केले के भाव बढ़ते जा रहे हैं। अकेले कनीना में 4 गोदाम केलों के है किंतु सभी गोदामों में केले के भाव प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए केले बेचने वाले शिव कुमार ने बताया की गोदान में 80 रुपये दर्जन के हिसाब से के लिए पहुंच गए हैं जिसके चलते उन्हें 100 रुपये दर्जन तक बेचने पड़ेंगे। एक और जहां आम आम होता जा रहा है और भाव कम होते जा रहे हैं। केले के भाव तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अपनी रोटी रोजी कमाने वाले शिव कुमार ने बताया कि उन्हें लगता है कि वह अपना धंधा भी आगे नहीं कर पाएंगे और केले बेचने का काम करना उनके लिए कठिन हो गया है।
5 रुपये दर्जन के हिसाब से भी कभी केले बेेचे थे: शिव कुमार
शिव कुमार ने बताया कि उन्होंने 5 रुपये दर्जन के हिसाब से भी कभी केले बेेचे थे और गरीब और दूर-दराज तक के लोग उनके पास आकर के केले ले जाते हैं। विशेषकर बंदरों को केले खिलाने वाले प्राय: मंगलवार और शनिवार को उनके पास आते हैं और बहुत अधिक मात्रा में केले ले जाते हैं किंतु अकेले इतने महंगे होते जा रहे हैं कि गरीब आदमी इनको खा नहीं पाएगा और अमीर लोगों की पहुंच में हो जाएंगे। यही नहीं आम अब गरीबों के पहुंच में आने के करीब है। किंतु केले गरीबों की पहुंच से बाहर होते जा रहे हैं।
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