आज समाज डिजिटल, Bahadurgarh News: चरखी दादरी (Charkhi Dadri) के अटेला (Atela Village) गांव में हुए सड़क हादसे में झज्जर के बादली क्षेत्र के बुपनियां गांव (Bupaniya Village) के तीन लोगों की जान चली गई। इसमें परिवार के मां-बेटे सहित तीन सदस्यों की मौत पर गमगीन माहौल था। दोपहर करीब दो बजे जैसे ही तीनों शव पहुंचे तो पूरा गांव गमगीन हो गया। तीनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ तो सभी रो पड़े।
चरखी दादरी में हुआ था एक्सीडेंट
गुरुवार को चरखी दादरी में सड़क हादसे में सुमित्रा पत्नी राजेश और भतेरी पत्नी चंदरहास और संजीत पुत्र राजेश की मृत्यु हुई थी। इनमें सुमित्रा और संजीत मां बेटा थे जबकि भतेरी और सुमित्रा दोनों बहनें। बड़ी संख्या में ग्रामीण सुबह से ही पीड़ित परिवार के यहां सांत्वना देने पहुंचने लगे। ग्रामीण और परिजन शवों के पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। एक ही परिवार के तीनों सदस्यों के दाह संस्कार को गांव के शमशान घाट में एक बड़ी चिता बनाई गई थी।
हर कोई बहा रहा था अश्रुधारा
दोपहर दो बजे दो कुछ देर के अंतराल पर दो एंबुलेंस से शव पहुंचे। दरअसल महिलाओं के शवों का पोस्टमार्टम चरखी दादरी करवाया गया जबकि युवक के शव का पोस्टमार्टम रोहतक पीजीआई में हुआ था। मृतकों के परिवार में दिन भर लगी रही भीड़। मृतक संजीत के पिता राजेश तो तीनों शव को एक साथ देख कर बेहोश हो गए। जबकि उनकी बहनों को भी ग्रामीणों ने संभाला। पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए दिनभर ग्रामीणों और उनके शुभचिंतकों का तांता लगा रहा।
दिल्ली में बस कडंक्टर था संजीव
मृतक संजीव के दोस्तों ने बताया कि संजीव पुलिस में भर्ती होने का सपना रखता था और इसी को लेकर प्रतिदिन शारीरिक प्रशिक्षण भी लेता था। हरियाणा पुलिस सहित कई शारीरिक परीक्षा संजीव ने पास की थी। फिलहाल संजीव दिल्ली में परिवहन विभाग में कलस्टर बस पर चालक के तौर पर कार्यरत था। दोस्तों के अनुसार संजीव मिलनसार छवि रखता था और धार्मिक प्रवृत्ति से कार्य करता था जिसमें शिव मंदिर और दादा नसीनगिरी मंदिर की साफ सफाई कार्य भी शामिल है।
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