नारनौल हैं सबसे छोटा विस हलका, वोटर्स की संख्या 1.58 लाख
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: अगले माह 5 अक्टूबर को 15 वीं हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां लगातार अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटी हैं। चुनाव में जहां एक ओर भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश में है तो वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस समय भारतीय जनता पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने भाजपा को टक्कर देते हुए बराबरी का मुकाबला रखा। अब विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपना दमखम दिखाने पर जुटी हैं। कड़े मुकाबले में भाजपा और कांग्रेस दोनों सीट टू सीट मार्किंग स्ट्रेटजी के साथ आगे बढ़ रही हैं।
भाजपा व कांग्रेस के अलावा इंडियन नेशनल लोकदल, आम आदमी पार्टी, जननायक जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी, आजाद समाज पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी लगातार हरियाणा में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटी हैं। भाजपा और कांग्रेस उन सीटों पर ज्यादा मंथन और चिंतन कर रही हैं जहां हार जीत का संभावित अंतर बेहद कम होगा। सभी पार्टियां विधानसभा सीटों पर वोटर्स की संख्या के पहलू के लिहाज से ?भी रणनीति पर काम कर रही हैं। इसी कड़ी में सामने आया है कि हरियाणा की गुड़गांव लोकसभा सीट में आने वाली बादशाहपुर विधान सभा सीट वोटर्स की संख्या के लिहाज से सबसे बड़ी और नारनौल विधानसभा सीट सबसे छोटी है।
गुरुग्राम विस क्षेत्र में 4.43 लाख मतदाता
निर्वाचन आयोग के आधिकारिक आंकड़ों में सामने आया कि 5.21 लाख मतदाताओं के साथ बादशाहपुर हरियाणा का सबसे बड़ा विधानसभा हलका जबकि 1.58 लाख के साथ नारनौल सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है। विधानसभा आम चुनाव के लिए निर्धारित मतदान में प्रदेश के 22 जिलों के कुल 90 विधानसभा हलकों में केवल एक-एक विधानसभा हलका ऐसा है जहां मतदाता संख्या पांच लाख एवं चार लाख से ऊपर है जबकि तीन विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां मतदाताओं की संख्या तीन-तीन लाख से ऊपर है। इसी कड़ी में ये भी बता दें कि गुडगांव विधानसभा हलके में 443593 मतदाता हैं तो वहीं साथ लगते फरीदाबाद की तिगांव विधान सभा सीट में 374745 मतदाता, बड़खल में 332243 जबकि फरीदाबाद एनआईटी में 321461 मतदाता हैं।
भारतीय चुनाव आयोग से विधानसभा हलकेवार मतदाता संख्या मार्फत जारी आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर सामने आया कि बीते 12 सितम्बर तक प्रदेश में सभी 90 विधानसभा हलकों में मतदाताओं की कुल संख्या 20463567 है जिसमें से जनरल मतदाताओं की संख्या 20354350 जबकि सर्विस मतदाताओं की संख्या 109217 है। वही प्रदेश भर में 467 ट्रांसजेंडर मतदाता जबकि दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 149142 एवं ओवरसीज मतदाताओं की संख्या 794 है।
चार माह में बढ़े 2.76 लाख मतदाता
ये बताना ही बेहद अहम है कि गत लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में वोटर्स की संख्या में खासा इजाफा हुआ। गत 6 मई, 2024 को अर्थात 18 वीं लोकसभा आम चुनाव से ठीक पहले हरियाणा प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या 20187091 थी। इस कारण बीते चार माह में हरियाणा में 2.76 लाख मतदाता बढ़ गये। वहीं इसी वर्ष 1 जनवरी 2024 की योग्यता तिथि के आधार 22 जनवरी 2024 को प्रकाशित आंकड़ों अनुसार हरियाणा में कुल 19834602 मतदाता थे अर्थात गत करीब आठ माह में हरियाणा में करीब 6.29 लाख मतदाता बढ़ गए हैं।
फरीदाबाद जिले में सबसे ज्यादा मतदाता
वहीं आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश के 22 जिलों में सबसे अधिक मतदाता फरीदाबाद जिले में 1796 440 जबकि सबसे कम चरखी दादरी जिले में 414174 हैं। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट एवं चुनावी विश्लेषक हेमंत कुमार ने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व कानून के अंतर्गत किसी प्रदेश में चुनाव की अधिसूचना जारी होने के उपरान्त उम्मीदवारों द्वारा नामांकन भरने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है जो एक सप्ताह तक चलती है. इसी प्रक्रिया में अंतिम दिन जिस प्रकार दोपहर तीन बजे तक उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं, इसी प्रकार उसी तिथि तक मतदाता सूचियों में भी नए नाम डाले जा सकते है। ऐसा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 23 (3 ) के अनुसार किया जाता है।
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