Aaj Samaj (आज समाज), BA.2.86 Covid-19, नई दिल्ली: बीए.2.86 या पिरोला स्ट्रेन कोविड-19 का एक अत्यधिक म्यूटेंट वैरिएंट है और इसने संक्रमण के लक्षणों को बदल दिया है। हालांकि, यूके में इसके मामलों में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के लक्षण बदल रहे हैं, जिससे लोगों के चेहरे प्रभावित होने लगे हैं।
तेज खांसी और सांस फूलना जैसे मामले आम
कोविड-19 के स्वाद या गंध की अनुभूति में कमी, तेज खांसी और सांस फूलना जैसे मामले अब आम हो गए हैं, जबकि पिरोला या बीए.2.86 के नए लक्षण हैं, जैसे दस्त और थकान, दर्द, तेज बुखार, थकान, नाक बहना और गले में खराश है।
बाहर से दिखने वाले लक्षणों की जा सकती है पिरोला की पहचान
डॉक्टरों के अनुसार, चेहरे पर दिखाई देने वाले लक्षणों जैसे आंखों में जलन या गुलाबी आंख और खराब त्वचा या उसपर चकत्ते से पिरोला की पहचान की जा सकती है। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें इसके एक नए लक्षण का भी पता चला है। इसके मुताबिक यह श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिसमें नाक और वॉयस बॉक्स भी शामिल हैं।
महामारी खत्म नहीं, बहुत काम करने की जरूरत: यूकेएचएसए
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने बताया कि वायरस अक्सर और बेतरतीब ढंग से उत्परिवर्तित होते हैं। जैसे-जैसे महामारी आगे बढ़ेगी, नए वैरिएंट सामने आते रहेंगे। खासकर, जब इसके मामलों में वृद्धी होगी। अभी हमें बहुत काम करने की जरूरत है क्योंकि यह महामारी खत्म नहीं हुई है।
टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का आह्वान
अधिकारियों ने टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का आह्वान किया है। बुजुर्गों और बच्चों जैसे कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों पर खास तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह भी आग्रह किया गया है कि जिसने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है, तुरंत इसकी खुराक लें। सावधानी बरतना भी बहुत जरूरी है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें और घर के अंदर लोगों से मिलते समय कमरे को हवादार रखें। खिड़कियां और दरवाजे खोलकर रखें।
पहली बार जुलाई में सामने आया बीए.2.86 वैरिएंट
कोरोना वायरस का बीए.2.86 वैरिएंट पहली बार जुलाई में सामने आया था। यह ओमीक्रॉन के पिछले वैरिएंट के भारी म्यूटेशन के बाद उभरा था। पिरोला स्ट्रेन, जो कि बीए.2.86 का ही नाम है, से लड़ने के लिए पूरे ब्रिटेन में एक टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इसके मामलों में कोई चिंताजनक वृद्धि नहीं हुई है।
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