World Heart Day : जिला आयुष विभाग की ओर से विश्व हृदय दिवस के अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर लगाया

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World Heart Day
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Aaj Samaj (आज समाज),World Heart Day,पानीपत: जिला आयुष विभाग की ओर से विश्व हृदय दिवस के अवसर पर जिला के गांव बबैल और रक्सेड़ा में पोषण माह कार्यक्रम के तहत एक विशाल पोषण जागरूकता एवम् आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर लगाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ए एम ओ डाक्टर आरती ने की जबकि कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वरिष्ठ एच एम ओ डाक्टर मिकी रही। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि के चित्र के समक्ष ज्योति जागृति करके गायत्री मंत्र के साथ किया गया और समापन वन्दे मातरम् और शांति पाठ के साथ किया गया इसी प्रकार गांव बबैल के शिविर की अध्यक्षता वरिष्ठ ए एम ओ डाक्टर नीलू सिंह ने की। यह जानकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाक्टर सतपाल सिंह ने दी।

प्रतिदिन योग एवम् व्यायाम करना चाहिए

इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने भगवान धन्वंतरि, महर्षि चरक, सुश्रुत, ऋषि पंतजली और होम्योपैथिक के जनक डाक्टर हनीबेन को भी बार बार याद किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ एच एम ओ डाक्टर मिकी ने कहा कि संसार में प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ बनाने के लिए विश्व हृदय दिवस पर स्वस्थ हृदय जागरूकता कार्यक्रम लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ता वायु प्रदूषण, बढ़ता पौष्टिक आहार का अभाव और विलास्ता पूर्ण जीवन शैली हृदय घात के मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य को सौ साल का सुखी जीवन जीना है तो उसे जहा पौष्टिक भोजन लेना चाहिए वही अधिक चिकनाई युक्त भोजन से परहेज रखना चाहिए और प्रतिदिन योग एवम् व्यायाम करना चाहिए।

आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति 

उन्होंने कहा कि वेदों पर आधारित आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। इस चिकित्सा पद्धति में मनुष्य जीवन को 100 साल तक सुख पूर्वक जीने के लिए आयुर्वेदिक सिद्धांत व आयुर्वेदिक दवाइयां बनाई गई है। इस शिविर को वरिष्ठ सहायक आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डाक्टर आरती रानी ने भी संबोधित किया उन्होंने कहा कि जिला आयुष विभाग की ओर से राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत जिला में कुल 18 पोषण एवम् स्वास्थ्य जागरूकता शिविर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था अब तक जिला के 17 गांव में ये शिविर लगाए जा चुके हैं और 1 गांव में 30 सितंबर को शेष शिविर भी लगा दिए जाएंगे उन्होंने कहा कि लोगो को जहां आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक दवाइयों का इस्तेमाल करना चाहिए वही पौष्टिक फल और सब्जियां का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए इन दोनों शिवरों में लगभग 600 लोगों का निशुल्क उपचार किया गया।