नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नारनौल में आज प्रधानाचार्य विनोद खनगवाल की अध्यक्षता में नैतिक मूल्यों की शिक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर कैप्टन जगमाल आर्य मौजूद थे।
नैतिक मूल्यों का समावेश
कैप्टन जगमाल आर्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है। मनुष्य में अच्छे गुणों को हम नैतिक कह सकते हैं जो व्यक्ति के स्वयं के विकास और कल्याण के साथ दूसरों के कल्याण में भी सहायक हो। नैतिक मूल्यों का समावेश जीवन के सभी क्षेत्रों में होता है। व्यक्ति परिवार, समुदाय, समाज, राष्ट्र से मानवता तक नैतिक मूल्यों की यात्रा होती है। नैतिकता समाज में सामाजिक जीवन को सुगम बनाती है। मानव को सामाजिक प्राणी होने के नाते कुछ सामाजिक नीतियों का पालन करना पड़ता है जिनमें संस्कार, सत्य, परोपकार, अहिंसा आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि युवा देश की रीढ़ की हड्डी है। युवाओं को शारिरीक व मानसिक रूप से दृढ़ रहना चाहिए। हर प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए। देश की भलाई के लिए व देश की एकता व अखण्डता बनाए रखने के लिए अपना योगदान देना चाहिए। वृद्ध, महिला, दिव्यांग व्यक्तियो की हर संभव मदद करनी चाहिए।
कैप्टन जगमाल आर्य का आईटीआई में पहुंचने पर धन्यवाद
इस मौके पर प्रधानाचार्य विनोद खनगवाल ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए नैतिक मुल्यों की पालना करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक व देश हित की गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। अपने से बड़ों का आदर करना चाहिए। उन्होंने कैप्टन जगमाल आर्य का आईटीआई में पहुंचने पर धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के नैतिक मुल्य वृद्धि करने वाले कार्यक्रम का आयोजन समय- समय पर करवाया जाता रहता है।
इस अवसर पर स्टॉफ सदस्य व छात्र उपस्थित थे
इस अवसर पर सुनील यादव, कैप्टन विरेन्द्र शेकवाल, जशवंत सिंह, सुदर्शन भुंगारका, जगदीश सिंह, राजेश यादव, अमित कुमार सहित स्टॉफ सदस्य व छात्र उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें :गुरु नानक देव का व्यक्तित्व क्रांतिकारी, संवादयुक्त व तर्कशीलता से संचित: डॉ. सुभाष चन्द्र