जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का बेहतर उपाय : एएसपी मयंक मिश्रा

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Awareness is the best way to avoid cyber crime: ASP Mayank Mishra
Awareness is the best way to avoid cyber crime: ASP Mayank Mishra
Aaj Samaj (आज समाज), पानीपत : पुलिस महानिदेशक हरियाणा शत्रुजीत कपूर के मार्गदर्शन में व एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह के निर्देशानुसार जनसाधारण को साइबर क्राइम से बचाने व जागरूक करने के लिए अक्टूबर माह को साइबर क्राइम जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत जिला पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में जिला पुलिस की विभिन्न टीमें आमजन को साइबर जागरूकता के लिए पहले से ही लगातार कार्य कर रही है। जिला पुलिस द्वारा रविवार को साइबर क्राइम जागरूक माह के पहले दिन पानीपत रेलवे स्टेशन परिसर में आमजन को साइबर क्राइम व इससे बचने के तरीकों की जानकारी देकर जागरूक किया गया।
  • साइबर जागरूकता माह अभियान के तहत पहले दिन जिला पुलिस ने रेलवे स्टेशन परिसर में आमजन को साइबर अपराध से बचाव, उनकी पहचान व तरीकों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया
  • साइबर अपराधियों से हर पल रहें अलर्ट, साबइर अपराध होने पर तुरंत डायल करें 1930

आधुनिकता के युग में आज हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो गया

साइबर क्राइम थाना में तैनात साइबर विशेषज्ञों की टीम द्वारा इस दौरान आमजन को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि किस प्रकार साइबर अपराधी लोगों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। इसके साथ ही बताया गया कि वह किन-किन सावधानियों को ध्यान में रखकर, संभावित साइबर अपराध से अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं। जिला में साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी एएसपी मयंक मिश्रा ने बताया कि आधुनिकता के युग में आज हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो गया है।

लोगों के साथ रोज नए तरीके अपनाकर फ्रॉड कर रहे हैं

जिससे आम नागरिकों को जहां इसका बहुत लाभ हुआ है वही अपराधी किस्म के लोग इसमें सेंध लगाकर साइबर क्राइम की वारदात को अंजाम देकर लोगों के साथ रोज नित नए तरीके अपनाकर फ्रॉड कर रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए हम सबको मिलकर सांझे प्रयास करने होंगे। उन्होंने आमजन से भी अपील की, कि वे अज्ञात नंबर से किसी भी प्रकार से प्राप्त हुए लिंक को ना खोले और किसी भी फोन कॉल, संदेश, ईमेल इत्यादि पर दिए गए प्रलोभन या विश्वास में आकर अपनी कोई भी निजी जानकारी किसी के साथ साझा ना करें। अगर लापरवाही के कारण कोई साइबर ठगी का शिकार हो भी जाता है तो तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 व डायल 112 पर काल करके या फिर साइबर पोर्टल Cybercrime.gov.in पर तुरंत अपनी शिकायत दर्ज करवाएं

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए निम्न बातों का रखें ध्यान

1. ऑनलाइन खरीदारी करते समय चेक करें वेबसाइट के यूआरएल मे एचटीटीपीएस हो न की खाली एचटीटीपी
2. अगर कोई अपरिचित व्यक्ति किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कहता है तो एप्लीकेशन डाउनलोड ना करें। केवाईसी करने के नाम पर आपसे 1 या 10 रुपये आपके ही बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं। तो ऐसा नहीं करें
3. एटीएम बूथ पर पैसे निकालते वक्त सावधान रहे, सजग रहें ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहे। कोई भी व्यक्ति कभी भी किसी एटीएम बूथ से कार्ड के द्वारा ट्रांजैक्शन करें तो अपना पिन किसी को ना बताए ना दिखाएं
4. ट्रांजैक्शन करने में असमर्थ होने पर किसी भी अपरिचित व्यक्ति की सहायता ना लें
5. एटीएम से पैसे निकालने में कभी मदद लेनी पड़े तो केवल बैंक के कर्मचारियों या एटीएम बूथ में मौजूद गार्ड की सहायता लें
6. किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नंबर, कार्ड की एक्सपायरी एवं कार्ड पर पीछे लिखे 3 डिजिट के सीवीवी नंबर को किसी के साथ शेयर ना करें
7. धोखाधड़ी होने की स्थिति में बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल कर अपने बैंक को सूचित करें
8. ऑनलाइन नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि ट्रांजेक्शन हमेशा अपने पर्सनल कंप्यूटर/लैपटॉप या फोन पर करें
9. किसी अपरिचित नंबर से आपके पास फोन मैसेज या व्हाट्सएप मैसेज पर कोई लिंक या फोटो आए तो उस पर क्लिक ना करें
साइबर अपराध का शिकार होने पर तुरंत 1930 या 112 पर तत्काल कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करायें या भारत सरकार के साइबर क्राइम पोर्टल के माध्यम से जिसका URL- https://cybercrime.gov.in है पर शिकायत करें। इसके अतिरिक्त मैनुअल रूप में नजदीकी थाने में जाकर थाने पर स्थापित साइबर हेल्प डेस्क या साइबर क्राइम थाना पर भी शिकायत कर सकते हैं।