मेलबर्न। आॅस्ट्रेलियन ओपन में इस साल महिला एकल वर्ग में नई चैंपियन देखने को मिलेगी। गुरुवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबलों में स्पेन की गरबाइन मुगुरुजा और अमेरिका की 14वीं रैंक की खिलाड़ी सोफिया केनिन ने फाइनल की राह तय की। दोनों ही खिलाड़ी पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं, ऐसे में यह तय है कि शनिवार को जो भी कोई जीते आॅस्ट्रेलियन ओपन को नया चैंपियन मिलेगा।
आॅस्ट्रेलियन ओपन के 11वें दिन गुरुवार को दो उलटफेर हुए। आॅस्ट्रेलिया की वर्ल्ड नंबर-1 एश्ले बार्टी और रोमानिया की चौथी सीड सिमोना हालेप सेमीफाइनल में बाहर हो गईं। बार्टी को अमेरिका की सोफिया केनिन ने 7-6, 7-5 से हराया। यह मुकाबला 1 घंटा 45 मिनट चला। जबकि सिमोना को 2 घंटा 5 मिनट में स्पेन की गार्बिन मुगुरुजा ने 7-6, 7-5 से शिकस्त दी। दोनों पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं। दोनों के बीच यह मुकाबला 1 फरवरी को होगा।
घरेलू दर्शकों के सामने हारीं बार्टी
एशले बार्टी की हार से घरेलू प्रशंसक काफी निराश हुए, जो उम्मीद कर रहे थे कि 42 साल बाद कोई आॅस्ट्रेलियन खिलाड़ी यह खिताब अपने नाम करेगा। सोफिया ने बार्टी को 7-6, 7-5 से सीधे सेटों में मात देकर फाइनल में जाने का उनका सपना तोड़ दिया। यह वर्ल्ड नंबर एक खिलाड़ी एशले बार्टी का आॅस्ट्रेलियन ओपन में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। दोनों के बीच पहले सेट में कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जो टाइब्रेकर तक पहुंचा। हालांकि टाई ब्रेकर में सोफिया केनिन ने बाजी मारी और पहला सेट 7-6 से अपना नाम किया, वहीं दूसरे सेट में भी केनिन ने दबाव को खुद पर हावी नहीं होने दिया। चार मैच पॉइंट बचाकर वह सेट को टाई बेकर तक लेकर गईं अंत में अपने नाम किया।
जीत के बाद भावुक हुईं केनिन
जीत के बाद सोफिया केनिन भावुक दिखीं और उन्होंने कहा, सच कहूं को मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैंने पांच साल की उम्र से इस लम्हे का सपना देखा था। यहां तक पहुंचने के लिए मैंने बहुत मेहनत की है। केनिन ने बार्टी के खेल की सराहना करते हुए कहा, यह मुकाबला आसान नहीं था। मैं जानती थी वह आसानी से हार नहीं मानेंगी। उन्हें हराने के लिए मुझे अंत तक लड़ना होगा। वह शानदार खिलाड़ी हैं और यही वजह है कि वह वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी हैं। केनिन ने टूर्नामेंट में अमेरिका की चुनौती कायम रखी। केनिन दोनों वर्गों में इकलौती अमेरिकन खिलाड़ी हैं, जो फाइनल में पहुंची हैं। महिला वर्ग में उनकी हमवतन और दिग्गज सेरेना विलियम्स, वीनस विलियम्स और 15 साल की कोको गॉफ टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।
दुनिया की नंबर-15 खिलाड़ी केनिन का किसी भी ग्रैंड स्लैम का यह पहला फाइनल होगा। वे तीसरी बार इस टूर्नामेंट में खेल रही हैं। पिछली बार केनिन दूसरे दौर में ही बाहर हो गई थीं। वहीं, बार्टी ने एकमात्र ग्रैंड स्लैम 2019 में फ्रेंच ओपन जीता है। वे पिछली बार आॅस्ट्रेलिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में बाहर हुईं थीं।