Punjab News Update : पंजाब के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बिजली और अग्नि सुरक्षा सुविधाओं का हागा ऑडिट

0
138
Punjab News Update : पंजाब के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बिजली और अग्नि सुरक्षा सुविधाओं का हागा ऑडिट
Punjab News Update : पंजाब के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बिजली और अग्नि सुरक्षा सुविधाओं का हागा ऑडिट

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने स्वास्थ्य और मेडिकल शिक्षा विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई

Punjab News Update (आज समाज), चंडीगढ़ : पिछले दिनों अस्पताल में आॅपरेशन के दौरान बिजली गुल हो जाने की खबर सामने आने के बाद पंजाब स्वास्थ्य विभाग की खूब किरकिरी हुई। इसी से सबक लेते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने राज्यभर के सभी मेडिकल कॉलेजों, सिविल अस्पतालों, सब-डिवीजनल अस्पतालों और ब्लॉक स्तर के अस्पतालों में बिजली आपूर्ति और अग्नि सुरक्षा का आॅडिट करने के आदेश जारी किए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री सिविल अस्पतालों के सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट्स के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रशासनिक सचिव कुमार राहुल, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सचिव रवि भगत, पंजाब हेल्थ सिस्टम्स कॉरपोरेशन (पीएचएससी) के मैनेजिंग डायरेक्टर वरिंदर कुमार शर्मा, पीएसपीसीएल के सीएमडी इंजीनियर बलदेव सिंह सरां, स्वास्थ्य निदेशक डॉ. हितिंदर कौर और शोध व मेडिकल शिक्षा निदेशक डॉ. अवनीश कुमार भी उपस्थित थे।

हर अस्पताल में पावर बैकअप उपलब्ध हो

स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जारी निर्देश के अनुसार, बिजली कटौती की स्थिति में सभी महत्वपूर्ण देखभाल इकाइयों जैसे आॅपरेशन थिएटर, लेबर रूम, इमरजेंसी, एसएनसीयू और एनआईसीयू में कम से कम 30 मिनट का यूपीएस पावर बैकअप उपलब्ध होना चाहिए। इसके अलावा, सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में डीजल की आवश्यक आपूर्ति के साथ पूरी तरह से कार्यशील जनरेटर सेट उपलब्ध होना चाहिए। डॉ. बलबीर सिंह ने जिला, सब-डिवीजन और ब्लॉक स्तर के अस्पतालों सहित सभी स्तरों पर समितियों के गठन के आदेश भी जारी किए।

इन समितियों में स्वास्थ्य विभाग/मेडिकल कॉलेज, पीएसपीसीएल और पीडब्ल्यूडी-इलेक्ट्रिकल के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जो सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होंगे। समिति के सदस्य आपसी समन्वय से अस्पतालों में उपलब्ध यूपीएस और अन्य पावर बैकअप प्रणालियों की कार्यक्षमता पर रिपोर्ट देंगे।