पुलिस ने पीछा कर आतंकी और उसके साथी को किया गिरफ्तार
Kapurthala Crime News (आज समाज), कपूरथला : एक तरफ जहां पुलिस प्रदेश को अपराधमुक्त करने के लिए विशेष अभियान चला रही है। वहीं अपराधी भी पुलिस को लगातार चुनौती दे रहे हैं। वे दिनदहाड़े वारदात को अंजाम देने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कपूरथला में उस समय सामने आया जब कोर्ट में पेशी पर लाए गए आतंकी को छुड़वाने की उसके साथियों ने कोशिश की।
उन्होंने आतंकी को छुड़वाने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने अपने फर्ज को निभाते हुए और जान की परवाह न करते हुए आरोपियों पर जवाबी कार्रवाई कर दी। जिसमें आतंकी और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस वारदात में एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
इस तरह बनाई थी आरोपियों ने प्लानिंग
एसएसपी कपूरथला वत्सला गुप्ता ने प्रेसवार्ता में इस टेरर मॉड्यूल को बेनकाब करने के लिए जांच तेज कर दी है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पहले से ही प्लानिंग बनाई हुई थी। जब सिविल अस्पताल की एमरजेंसी के बाहर मेडिकल करवाने आए कथित केएलएफ के आतंकी जश्नप्रीत सिंह उर्फ जश्न को छुड़वाने के लिए आए उसके साथी अमृतपाल निवासी गांव बचड़ेए तरनतारन को अपने पास सिविल अस्पताल में बुलवाया था।
पुलिस के मुताबिक, जश्नप्रीत की फरारी की योजना पहले से थी। इस दौरान अमृतपाल ने वहां पर मौजूद पुलिस अधिकारियों पर फायरिंग कर दी, लेकिन गोली किसी को नहीं लगी। चकमा देकर जश्नप्रीत सिंह अमृतपाल बाइक पर वहां से फरार हो गए। इस पर पीसीआर टीम ने उसका पीछा कर उसे सब्जी मंडी के पास घेरकर दबोच लिया। पीछा करते समय अमृतपाल सिंह ने पुलिस टीम पर भी फायर किए।
पुलिस ने उसके पास से ग्लोक पिस्टल और 10 कारतूस बरामद किए। एसएसपी ने बताया कि यह टेरर मॉड्यूल है, जिसे जिला पुलिस की बहादुरी ने नाकाम कर दिया है। इनसे बरामद ग्लोक पिस्टल आम नहीं मिलता है। इसे पुलिस इस्तेमाल कर करती है। इस पूरे घटनाक्रम को विदेश में बैठे देश विरोधी लोगों ने रचा है। अमृतपाल को तो बस कुछ पैसों के लिए भेजा गया। जश्न को छुड़ाने के पीछे क्या मकसद है, इसके बारे में पुलिस पता लगाने में जुट चुकी है।
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