चंडीगढ़। शिरोमणी अकाली दल ने किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश के साथ-साथ किसानों पर 26 जनवरी को लाल किले को विरोध स्थल में तबदील करने की साजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह आरोप पत्र केंद्र सरकार ने तुच्छ राजनीति के तहत दायर किया है तथा निंदनीय है। पूर्व मंत्री डॉक्टर दलजीत सिंह चीमा ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली पुलिस ने जो आरोप पत्र दायर किया, जिसमें 26 जनवरी को लाल किले को विरोध स्थल में बदलने के उद्देश्य से कब्जा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होने कहा कि रिकॉर्ड में है कि किसान आंदोलन पूरे नेतृत्व के साथ हजारों प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस के साथ बातचीत के बाद अंतिम रूप से एक पूर्व निर्धारित रास्ता तय किया, वह एक छोटा सा ही वर्ग था जो लाल किले तक पहुंचा। डॉ. चीमा ने कहा कि यह स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस ने पूरे मामले की पेशेवर जांच नहीं की है। चार्जशीट तैयार करते समय वास्तविक हकीकत को ध्यान में नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है।