तेहरान। ईरान ने इराक स्थित अमेरिका बेस पर हमला कर अमेरिका के 80 सैनिकों को मारने का दावा किया। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। इराक ने कहा कि ईरानी की ओर से अमेरिकी सैनिकों के अड्डों पर 22 मिसाइलें दागी गई। लेकिन इन हमलों में कोई भी इराकी मारा नहीं गया है। ईरान के सुप्रीम लीडर नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने अमेरिकी बेस पर हुए हमले को अमेरिका के मुंह पर तमाचा करार दिया है। बताया जा रहा है कि ईरान के हमले ने दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ा दी है। वहीं दूसरी ओर इस हमले के कुछ घंटों बाद ही भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने कहा कि वह अमेरिका के साथ अपने देश के तनाव को कम करने की दिशा में भारत द्वारा उठाए गए किसी भी कदम का स्वागत करेंगे। ईरान द्वारा इराक स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किए जाने के कुछ ही घंटे बाद चेगेनी ने यह बयान दिया है। ईरान के दूतावास में सुलेमानी के लिए आयोजित श्रद्धांजलि सभा के बाद चेगेनी ने मीडिया से बात की। बतौर चेगेनी भारत दुनिया में शांति बनाए रखने में सामान्य तौर पर बहुत अच्छी भूमिका निभाता है।
साथ ही भारत इसी क्षेत्र में है। हम सभी देशों, खास तौर से अपने मित्र भारत की ओर से ऐसे किसी भी कदम का स्वागत करेंगे जो तनाव को बढ़ने ना दे। बता दें कि अमेरिकी ड्रोन ने ईरान के शीर्ष सैन्य नेता सुलेमानी को मार दिया था। उनकी अंतिम विदाई देने के लिए काले कपड़ों में लाखों की संख्या में लोग तेहरान की सड़कों पर जमा हुए। इस भारी भीड़ में अनेक लोग हाथों में ‘अमेरिका मुदार्बाद’ की तख्तियां और अपने लोकप्रिय सैन्य हीरो सुलेमानी की तस्वीर लिए हुए थे। सुलेमानी और अन्य सैनिकों के जनाजे की आखिरी नमाज खुद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने पढ़ी।