नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कांग्रेस लगातार कर रही है। कांग्रेस की ओर से किए जा रहे सीएए के विरोध के संदर्भ में अब भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हरे रहे जुल्म का सबूत और कितना चाहिए। दरअसल भाजपा ने पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से यह सवाल पूछा है। भाजपा ने कहा कि ननकाना साहिब में जिस तरह से हमला हुआ है क्या आप के लिए ये सबूत काफी है या और चाहिए? वहीं कांग्रेस ने ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा कथित पथराव एवं नारेबाजी की घटना के लिए वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए शनिवार को कहा कि इमरान खान की सरकार को इस पवित्र स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि ‘ननकाना साहिब में एक भी सिख ना रहने देना …इस्लाम के नाम पे’ यह धमकी दी जा रही थी पाकिस्तान में हमारे सिख भाइयों को… इन कांग्रेसियों को ‘शोषित धार्मिक अल्पसंख्यक’ का और सबूत चाहिए? राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आप के लिए ये सबूत काफी है या और चाहिए? दूसरी ओर भाजपा के फायर ब्रांड नेता कहे जाने वाले केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पाकिस्तान में ननकाना साहेब/सिखों पर हमला हुआ और यहां पाक का विरोध के बजाए जिनपे पाकिस्तान में अत्याचार हुए उनको वापिस लेने का विरोध हो रहा। कहां गए राहुल के पाक ब्रांड अम्बेसडर सिद्दू, टुकड़े-टुकड़े गैंग व विपक्ष, सब चुप।
क्या मोदी इनका दर्द न सुनें, क्या इन्हें नागरिकता न मिले। हालांकि कांग्रसे की ओर से भी इस हमले को लेकर निंदा की गई। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ”ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुआ हमला मानवता के आदर्शों एवं धार्मिक मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना है। इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार जिम्मेदार है। इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।” उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान की सरकार ननकाना साहिब की सुरक्षा सुनिश्चित करे।” अब भाजपा सीएए को लेकर बड़ा जनजागरण अभियान शुरु करने की तैयारी में है। अभियान पांच जनवरी से शुरू किया जा रहा है। एक ही दिन में 42 स्थानों पर पार्टी के 42 बड़े नेता घर-घर संपर्क अभियान लॉन्च करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अनिल जैन ने बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गृह मंत्री अमित शाह पांच जनवरी को दिल्ली में अभियान की शुरूआत करेंगे। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी दिल्ली में रहेंगे। वहीं कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा गाजियाबाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नागपुर, केंद्रीय मंत्री वी सदानंद गौड़ा बंगलुरु, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राजस्थान के जयपुर में संपर्क अभियान को लांच करेंगी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश, केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद हरियाणा, थावर चंद गहलोत छत्तीसगढ़ के रायपुर, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड के हल्द्वानी, केंद्रीय मंत्री अजुर्न मुंडा झारखंड के जमशेदपुर, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी गुरुग्राम, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मुंबई, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी रामपुर में घर-घर संपर्क अभियान प्रारंभ करेंगे। राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव लक्षद्वीप, राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह यूपी के बुलंदशहर, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में घर-घर संपर्क अभियान लांच करेंगे।