Attack On Airforce Convoy: एयरफोर्स पर लश्कर के 4 आतंकियों ने किया था हमला, साजिद जट ने दी ट्रेनिंग

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Attack On Airforce Convoy
हमले में शहीद जवान शहीद (दाएं ) का फाइल फोटो।

Aaj Samaj (आज समाज), Attack On Airforce Convoy, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार शाम को वायु सेना के काफिले पर लश्कर-ए-तैयबा के 4 आतंकियों ने हमला किया था। शीर्ष खुफिया सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि हमलावरों को साजिद जट ने ट्रेनिंग दी थी। उन्होंने बताया कि पिछले हमलों के बाद एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) विकसित की गई थी। जैसे ही सुरक्षाबलों ने जोरदार जवाबी कार्रवाई की, आतंकी मौके से भाग गए। बता दें कि शनिवार शाम करीब 6.15 बजे हुए हमले में वायु सेना का एक जवान शहीद हो गया है और चार अन्य घायल हुए हैं।

  • हमले में 1 जवान शहीद, 4 घायलों में एक गंभीर

एक घायल जवान की हालत गंभीर

डॉक्टरों के अनुसार एक घायल जवान की हालत गंभीर है जबकि अन्य तीन की हालत स्थिर है। पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील के डन्ना शाहसितार क्षेत्र में घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वायु सेना के काफिले पर उस समय अंधाधुंध फायरिंग कर दी जब वायु सेना के दो वाहन सुरनकोट इलाके के सनाई टॉप लौट रहे थे। एक वाहन के शीशे पर 14 से 15 गोलियों के निशान हैं। वायु सेना के प्रवक्ता ने ‘एक्स’ पर कहा कि हमले के बाद रविवार सुबह सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया।

सुरनकोट व मेंढर के 20 किमी तक क्षेत्र में घेराबंदी की

सुरनकोट व मेंढर के 20 किमी तक क्षेत्र में घेराबंदी की गई, ताकि आतंकी अंधेरे की आड़ में भाग न सकें। हेलिकॉप्टर और ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। वायु सेना के प्रवक्ता के अनुसार सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और एसओजी के एक हजार से अधिक जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है। तलाशी अभियान की निगरानी जीओसी, डीआईजी और पुंछ जिले के एसएसपी सहित सेना व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं।

पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट पर भी शक

बता दें कि आज पहले यह भी सामने आया कि वायु सेना पर हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने ली है। पीएएफएफ का दावा है कि अगले 20 दिन में कश्मीर में ऐसा ही और हमला किया जाएगा। पीएएफएफ पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हुई कई वारदातों में इस संगठन का नाम सामने आया है।
वोटरों में भय पैदा करना चाहते हैं आतंकी

पाकिस्तान सेना प्रमुख ने किया था कश्मीरियों को समर्थन देने का ऐलान

खुफिया सूत्रों के मुताबिक आतंकी हमले की भूमिका पिछले सप्ताह उस समय बनी जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने पाकिस्तान वायु सेवा के समारोह में कश्मीर के लोगों को हर तरह से समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान से आतंकी समूहों पर दबाव बनाया गया कि वह कोई बड़ी वारदात को अंजाम दें। खुफिया सूत्रों का कहना है कि वायु सेना पर हमले का मकसद श्रीनगर, अनंतनाग व बारामूला में होने वाले लोकसभा चुनाव में व्यवधान पैदा करना व वोटरों को डराना है, ताकि वे वोट देने ना निकलें।

पिछले साल 21 दिसंबर को भी हुआ था हमला

वायु सेना पर हुआ हमला पिछले साल 21 दिसंबर, को हुए हमले की तरह था, जिसमें आतंकियों ने सेना के वाहन को घात लगाकर निशाना बनाया था। इस हमले में 4 सैनिक मारे गए थे। पुंछ जिले के बाफलियाज के डेरा की गली इलाके में यह हमला हुआ था। बाद में रहस्यमय परिस्थितियों में तीन नागरिकों की मौत हो गई थी और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि वे बदले की कार्रवाई में मारे गए हैं।

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