आज समाज डिजिटल,भिवानी:
झज्जर के गुरूकुल महाविद्यालय में एक अनुसूचित जाति के नाबालिग बच्चे को कथिततौर पर दी गई यातनाओं से भड़की हरियाणा प्रदेश चमार संघर्ष समिति ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में गुरूकुल के प्रबंधन सम्बंधित शास्त्री व आचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। हरियाणा प्रदेश चमार संघर्ष समिति के अध्यक्ष मांगेराम तुंदवाल ने कहा कि 29 अपै्रल को झज्जर के गुरूकुल में अनुसूचित जाति के एक नाबालिग बच्चा जो कि 9वीं कक्षा में पढ़ता है, को कमरे में बंद करके उसके साथ मारपीट कर उसके दोनों हाथ तोड़ दिए गए तथा उसे जातिसूचक गालियां भी दी गई। यह कुकृत करने वाले शास्त्री के खिलाफ झज्जर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक गुरूकुल के दोषी अध्यापक महाबीर शास्त्री को गिरफ्तार नहीं किया गया है। गुरूकुल के प्रबंधक अपने प्रभाव का अनुचित इस्तेमाल करके मामले को दबाने व दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
उन्होंने कहा कि गुरूकुल में पहले भी कई अनैतिक घटनाएं हुई हैं और एक उपाचार्य के खिलाफ बच्चों के साथ कुकर्म करने का आरोप लगा था। पुलिस ने धारा-377 के तहत आरोपी उपाचार्य के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया। मामला अब न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि गुरूकुल महाविद्यालय में बच्चों से जबरन मजदूरी करवाई जाती है। गुरूकुल महाविद्यालय के तहत लगभग 100 एकड़ जमीन है जिसमें गौशाला भी है। नाबालिग बच्चों से न केवल इस जमीन में उगने वाली फसलें कटवाई जाती हैं बल्कि पशुओं का गोबर व उनको चारा खिलाने का कार्य भी करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि नाबालिग बच्चों को मानसिक व शारीरिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
जांच की मांग को लेकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री से भी मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
समिति ने दोषी अध्यापक को तुरंत गिरफ्तार करने, आचार्य के खिलाफ अनावश्यक दबाव बनाने व नाबालिग बच्चों से मजदूर करवाने का मामला दर्ज करने, मामले की जांच पंजाब एवं हरियाणा के सेवानिवृत्त जज व सीबीआई से करवाने, गुरूकुल के सभी विद्यार्थियों का मैडीकल परीक्षण करवाने की मांग की। उन्होंने गुरूकुल पर सरकारी प्रशासक नियुक्त करने व गुरूकुल महाविद्यालय ट्रस्ट के सभी सदस्यों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की। जांच की मांग को लेकर समिति का शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री से भी मिलेगा।
क्या कहते हैं गुरूकुल के आचार्य
गुरूकुल के आचार्य विजयपाल ने सभी आरोपों व दुष्कर्म की घटना को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि सम्बंधित बच्चा चोरी में संलिप्त पाया गया था और उसे थोड़ा बहुत थमकाया गया था व गुरूकुल से निष्कासित कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि गुरूकुल की छवि खराब करने के लिए झूठा प्रचार किया जा रहा है। इस अवसर पर सेवानिवृत्त कस्टम अधिकारी राजेंद्र सिंह, नरेंद्र कांटीवाल, अधिवक्ता परमजीत, रामअवतार संभ्रवाल, अरविंद दहिया, प्रदीप कटारिया, कमलदीप, रविंद्र सरोहा, अशोक रंगा व सुरेश कुमार भी उपस्थित रहे।
ये भी पढ़ें : बिजली संकट, पानीपत थर्मल में 3 दिन का कोयला
ये भी पढ़ें : दोस्त को उतारा मौत के घाट फिर किए टुकड़े, कारण 25 हजार रुपये का लेनदेन
ये भी पढ़ें : बिजली संकट, तीन यूनिटों में उत्पादन बंद, बढ़ी मांग
ये भी पढ़ें : अंबाला में मिले हैंड ग्रेनेड का संबंध भी करनाल में पकड़े आतंकियों से जुड़े