Aaj Samaj (आज समाज), Atishi Press Conference, नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राजधानी में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने के संकेत दिए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) की बड़ी नेता और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा, हमें पता चला है कि आने वाले दिनों में केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है।
उपराज्यपाल ने गृह मंत्रालय को लिखा है पत्र
दरअसल दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखा है और इसके बाद राष्ट्रपति शासन का जिक्र तेज हो गया है। आतिशी ने प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को गिराने के मकसद से यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि राजधानी में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है।
इन वजहों से राष्ट्रपति शासन के संकेत
आतिशी ने बीते कुछ दिन की गतिविधियों को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने के कुछ संकेत गिनाए। उन्होंने कहा, दिल्ली में अधिकारियों की पोस्टिंग नहीं की जा रही। यहां कई विभागों में अफसरों के पद खाली हैं, लेकिन उनकी जगह कोई तैनाती नहीं की जा रही।
बार-बार गृह मंत्रालय को पत्र लिख रहे एलजी : आतिशी
आतिशी ने कहा, एलजी साहब एक सप्ताह से अकारण गृह मंत्रालय को बार-बार पत्र लिखकर बता रहे हैं कि मंत्री बैठक में नहीं आ रहे हैं। वहीं सरकार में तैनात अधिकारियों ने आचार संहित का हवाला देकर बैठकों में जाना बंद कर दिया है। साथ ही एक 20 वर्ष पुराने मामले का हवाला देकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया। गौरतलब है कि गुरुवार को विजिलेंस विभाग ने सीएम के सचिव बिभव कुमार की नियुक्ति को अमान्य बताकर उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
तिहाड़ जेल में बंद हैं सीएम केजरीवाल
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में आप संयोजक व सीएम केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था और वह अब तिहाड़ जेल में बंद हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद ‘आप’ ने कहा था कि जेल से ही सरकार चलेगी। वहीं उप राज्यपाल ने कहा था कि जेल से सरकार नहीं चलाई जा सकती।
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