- क्लोराइड, फ्लोराइड, नाइट्रेट, आर्सेनिक, पीएच, आयरन, हार्डनेस, अल्किनिटी, आदि की होती है जांच
नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
अटल भूजल योजना के तहत महेन्द्रगढ़ खंड के गांव जाटवास के आंगनवाड़ी परिसर में महिलाओं को पानी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान भूजल संकट से निपटने के लिए अटल भूजल योजना के बारे में भी विस्तार से बताया गया। मौके पर महिलाओं को किटें भी दी गईं।
खण्ड के सभी गांवों में जल परीक्षण किट का वितरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम
जिला जनसंपर्क विशेषज्ञ तुषार तांबेकर और जिला भूजल विज्ञानी रोहित शुक्ला की देखरेख में जल गुणवत्ता की जांच प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सिविल इंजीनियर अविनाश पतंगे ने कहा कि पानी सभी की जरूरत है। अटल भूजल योजना के तहत खण्ड के सभी गांवों में जल परीक्षण किट का वितरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा जाएगा। इसमें प्रत्येक ग्रामवासी अपने पेयजल ओर भूजल की जांच आसानी से स्वयं कर सकता है। मुख्य प्रशिक्षक भूजल विज्ञानी डॉ. मुकीम अहमद और ओंकार कड़ेकर ने महिलाओं को पानी परीक्षण की जानकारी विस्तार से दी। उन्होंने बताया की पानी के केमिकल टेस्ट दस प्रकार के होते हैं। केमिकल जांच के लिए पानी में पाए जाने वाले क्लोराइड, फ्लोराइड, नाइट्रेट, आर्सेनिक, पीएच, आयरन, हार्डनेस, अल्किनिटी, आदि की जांच होती है।
आंगनवाड़ी से जुड़ी महिलाएं
सहायक प्रशिक्षक के तौर पर जनसम्पर्क विशेषज्ञ मंजू यादव ने दूषित पानी के सेवन से होने वाले नुकसान बताए। आंगनवाड़ी से जुड़ी महिलाएं सुमन देवी सुपरवाइजर, मंजू देवी, सरिता, रामकला देवी, परमेश्वरी देवी, ओमबाई, रेखा, संजू, सावित्री, सुनील, सुमित्रा, सुशीला, ममता, रजनेशकुमारी, गीता देवी, ईश्वरदेवी आदि मौजूद रही।
ये भी पढ़ें : विज्ञान के प्रचार-प्रसार में हिंदी की भूमिका महत्त्वपूर्ण- डॉ. राहुल सिंघल
ये भी पढ़ें : श्राद्ध में पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं तो जरूर करें इन 7 चीजों का दान
ये भी पढ़ें : मोटरसाईकिल चोरी करने का आरोपी गिरफ्तार
ये भी पढ़ें : मानव जीवन काल में पीपल, बरगद, नीम पेड़ का एक अलग महत्व
ये भी पढ़ें : आईबी कॉलेज में प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजक
Connect With Us: Twitter Facebook