करनाल। आस्ट्रेलिया की जेल में बंद हरियाणवी युवक विशाल जूड की तत्काल रिहाई के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विदेश मंत्री से गुहार लगाई। उन्होंने एस.जयशंकर से कहा कि इस मामले में हस्तक्षेप करें। विदेश मंत्री ने आस्ट्रेलियन एंबेसी को भारत की चिंता बताई। उन्होंने मुख्यमंत्री को विशाल जूड बहुत जल्द आस्ट्रेलिया की जेल से रिहा कराने का आश्वासन दिया।
यह देशभक्ति का है मामला
आस्ट्रेलिया के सिडनी में तिरंगे के सम्मान के लिए हरियाणा के युवा विशाल जूड ने देश विरोधी ताकतों से डट गए। उन्होंने तिरंगे का अपमान नहीं होने दिया। विशाल के समर्थन में आस्ट्रेलिया में काफी प्रदर्शन भी हुए। विशाल के समर्थकों का दावा है कि देश विरोधी कुछ ताकतों ने विशाल जूड से मारपीट की और बाद में आस्ट्रेलिया सरकार से मिलकर झूठे केस में फंसाकर जेल भेज दिया था।
चार साल पहले गया था विदेश
विशाल वर्ष 2017 में पढ़ाई करने के लिए सिडनी-आस्ट्रेलिया गया था। वहां वह पढ़ाई के साथ-साथ अपना काम करने लगा। 26 जनवरी को आस्ट्रेलिया में किसान आंदोलन हो रहा था। इस दौरान आंदोलनकारी भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहे थे और भारत विरोधी नारेबाजी की जा रही थी। वह मौजूद विशाल ने विरोध किया। उन्होंने तिरंगा लहराकर अपने भारत देश के प्रति आवाज बुलंद की। उसके साथ मौजूद कई अन्य भारतीय युवकों ने भी भारत के समर्थन में नारेबाजी की, लेकिन वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों से यह सहन नहीं किया जा सका और उसके साथ मारपीट की गई। आरोप है कि साजिश के तहत विशाल के खिलाफ वहां केस दर्ज करवा दिया गया। 23 अप्रैल को उसे जेल में डाल दिया गया। इसके बाद उससे संपर्क तक नहीं करने दिया जा रहा है। ऐसे में मानव अधिकारों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। समाज के लोगों ने कहा कि विशाल जूड़ ने आस्ट्रेलिया में जाकर भी देशभक्ति की मिसाल पेश की है, जिससे हर देशवासी में देशभक्ति की भावना बढ़ी है।