Aaj Samaj, (आज समाज),Assistant Director Mrityunjay Mishra,नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़: पर्यटन किसी भी देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण साधन होता है। भारत कला, संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक इमारतों का देश है। हर साल दुनिया के कोने-कोने से लाखों लोग भारत की खूबसूरती देखने आते हैं। हमें अपने देश की संस्कृति और विरासत पर गर्व है। हमें केवल सरकारी नौकरी के लिए प्रयास नहीं करने चाहिए बल्कि कुछ बड़ा, कुछ लीक से हटकर भी सोचना चाहिए। ये पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सहायक निदेशक मृत्युंजय मिश्रा ने हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में पर्यटन और होटल प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित विशेषज्ञ व्याख्यान में व्यक्त किए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विभाग के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े विशेषज्ञों के साथ इस तरह के संवाद से विद्यार्थी अवश्य ही लाभांवित होंगे।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय इन आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों में उद्यमिता की भावना पैदा करने का प्रयास करता है। कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ता मृत्युंजय मिश्रा ने अपने व्याख्यान में देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला और समकालीन समय में उद्योग द्वारा निर्धारित आवश्यक कौशल पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास के लिए हमें पर्यटकों की सेवा करते हुए अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने अच्छा पेशेवर बनने के लिए विद्यार्थियों को संसाधनों का विस्तृत हासिल करने के लिए प्रेरित किया। पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रणबीर सिंह ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल करियर के लिए व्यावहारिक ज्ञान के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। इससे पूर्व विभाग के सहायक आचार्य एवं कार्यक्रम के आयोजक डॉ. विवेक बालयान ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया। व्याख्यान में डॉ. अमित माथुर, डॉ. जितेन्द्र कुमार, डॉ. विकास सिवाच, डॉ. अनिल कुमार सहित शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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