Aaj Samaj (आज समाज),Arya Senior Secondary School Panipat , पानीपत : आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में योगीराज श्री कृष्ण व सुदामा की मित्रता पर आधारित नाटक का आयोजन किया गया। छात्रों ने श्रीकृष्ण व सुदामा की भूमिका निभाई। इस अवसर पर विद्यालय की समस्त प्रबन्धक समिति मौजूद रही। विद्यालय की प्रबन्धक समिति के मैनेजर रामपाल जागलान ने कहा कि कृष्ण सुदामा और सुदामा की दोस्ती एक मिसाल है। जब कृष्ण बालपन में ऋषि संदीपन के यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे थे तो उनकी मित्रता सुदामा से हुई थी। कृष्ण एक राजपरिवार में और सुदामा ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे। परंतु दोनों की मित्रता का गुणगान पूरी दुनिया करती है। शिक्षा.दीक्षा समाप्त होने के बाद श्रीकृष्ण राजा बन गए वहीं दूसरी तरफ सुदामा के बुरे दौर की शुरुआत हो चुकी थी।
श्रीकृष्ण का अपने मित्र सुदामा के प्रति अनन्य प्रेम को दर्शाता है
श्रीकृष्ण का अपने मित्र सुदामा के प्रति अनन्य प्रेम को दर्शाता है, इसीलिए श्री कृष्ण और सुदामा की दोस्ती की मिसाल दी जाती है। आर्य समाज जिस कृष्ण को मानता है वे आप्त पुरुष हैं इस विषय में महर्षि दयानंद ने जो विचार भगवान कृष्ण के लिए प्रस्तुत किये है वह देखने योग्य हैं, सत्यार्थ प्रकाश के एकादश समुल्लास में वे लिखते है दृश् देखो! श्री कृष्ण जी का इतिहास महाभारत में अत्युत्तम है। उन का गुण कर्म स्वभाव और चरित्र आप्त पुरुषों के सदृश है। जिस में कोई अधर्म का आचरण श्रीकृष्ण जी ने जन्म से मरण पर्यन्त बुरा काम कुछ भी किया हो ऐसा नहीं लिखा। इस अवसर पर प्राचार्य मनीष घनगस ने बताया कि योगीराज श्रीकृष्ण व सुदामा का संबंध बचपन से था, लेकिन जीवन के अलग अलग पथों पर चलने के बावजूद वे कभी भी अपनी मित्रता को नहीं भूले लेकिन आजकल मित्रता केवल अपने स्वार्थ पर ही निर्भर रह गई है। इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।