Aaj Samaj (आज समाज),Arya PG College Panipat, पानीपत : आर्य पीजी कॉलेज में वैल्यू एडेड कोर्सेज विभाग द्वारा प्रमाण पत्र व ऑफर लेटर वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में नैसकॉम फाउंडेशन की सीनियर एग्जीक्यूटिव अंकिता राजोरा, सीनियर एग्जीक्यूटिव कम्युनिकेशन ऐश्वर्या नायडू, ईट्रेन इंडिया की कोर्स समन्वयक डॉ रंजू ग्रोवर, मैनेजर अकाउंट्स राहुल बेदी, मैनेजर की अकाउंट्स सागर वर्मा, ईट्रेन प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर आशी मित्तल ने शिरकत की। प्राचार्य डॉ जगदीश गुप्ता ने अभी अतिथियों का कॉलेज में पहुंचने पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत कर हार्दिक अभिनंदन किया। व साथ ही कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए वैल्यू एडिट कोर्सेज विभाग के समन्वयक प्रोफेसर पंकज चौधरी, सह समन्वयक प्रो. वीनू भाटिया व कोर्स के ट्रेनर प्रोफेसर विकास काठपाल को बधाई दी।
- विद्यार्थियों को में नई स्किल्स को विकसित करना हमारा मुख्य उद्देश्य : डॉ गुप्ता
55 विद्यार्थियों में से 52 विद्यार्थियों ने टेस्ट क्लियर किया
डॉ. गुप्ता ने अपने संबोधन में बताया की कॉलेज द्वारा छात्र-छात्राओं में मार्केट के अनुसार विभिन्न प्रकार की स्किल्स को विकसित करने के लिए कई प्रकार के वैल्यू एडेड कोर्सेज ऑफर किया जा रहे हैं। इनका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में रोजगार कौशल को बढ़ाना है। यह कोर्सेज कॉलेज में नो प्रॉफिट नो लॉस पर चलाए जा रहे है। यह कोर्स डिक्सी टेक्नोलॉजी, नैसकॉम फाउंडेशन, ईट्रेन इंडिया द्वारा आईबीएम जावा प्रोग्रामिंग सर्टिफिकेशन पर आयोजित किया गया जिसमें 55 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया जिसमें से 52 विद्यार्थियों ने टेस्ट क्लियर किया और सबसे खुशी की बात यह है कि उसमें से 49 विद्यार्थियों को इस आईबीएम सर्टिफिकेशन के आधार पर जॉब ऑफर हुई। नैसकॉम फाउंडेशन, ईट्रेन इंडिया के अधिकारियों ऐश्वर्या नायडू, आशी मित्तल और डॉ रंजू ग्रोवर ने अपने वक्तव्य में बताया 21वीं सदी में जॉब मिलने का आधार डिग्री नहीं होगी, बल्कि जिस विद्यार्थी के अंदर आवश्यक स्किलस होगी वही विद्यार्थी ही मार्केट में स्टैंड करेगा और नौकरी के काबिल होगा।
विद्यार्थियों को 21वीं सदी की स्किल्स को सिखाना जरूरी
वैल्यू एडेड कोर्सेज के समन्वयक प्रोफेसर पंकज चौधरी ने बताया कि अगर भारत को विकसित देशों की कतार में खड़ा होना है तो विद्यार्थियों को 21वीं सदी की स्किल्स को सिखाना जरूरी होगा। वैल्यू एडेड कोर्सेज के समन्वयक प्रोफेसर पंकज चौधरी ने बताया कि अगर भारत को विकसित देशों की कतार में खड़ा होना है तो विद्यार्थियों को 21वीं सदी की स्किलस को सिखाना जरूरी होगा, हम तभी कुशल होंगे जब हमारे अंदर कौशल होगा और हम तभी आगे बढ़ेंगे जब हम कुशल होंगे! आने वाले समय में नौकरी का पैमाना एकेडमिक से नहीं मापा जाएगा बल्कि आपकी क्षमताओं व आपके कौशल के द्वारा इसका निर्धारण होगा।
कोर्सेज को करने के लिए छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं
इसी लक्ष्य के साथ कॉलेज समय-समय पर छात्र-छात्राओं में स्किलस को विकसित करने के लिए नए-नए कोर्सेज शुरू करता रहता है। अभी हमारे 61 विद्यार्थियों ने डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स किया जो फ्रीलांसिंग कर रहे हैं और 55 विद्यार्थियों ने टैली का कोर्स किया, वह भी अकाउंटेंट की जॉब या जीएसटी का काम वो विद्यार्थी कर रहे हैं तो इस अवसर पर सभी को सर्टिफिकेट व ऑफर लेटर वितरित किए गए। कोर्सेज को करने के लिए छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और बड़ा ही उत्साह है। मंच संचालन और धन्यवाद प्रो. पंकज चौधरी ने किया। इस अवसर पर डॉ.रामनिवास, प्रोफेसर सतवीर सिंह, प्रोफेसर मीनाक्षी चौधरी,डॉ नीलू खालसा डॉ. मनीष नागपाल व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
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