मुख्य प्रशिक्षक प्रगति आर्य ने कहा कि भारत में ही सबसे पहले सभ्यता और संस्कृति का विकास हुआ है। भारतीय संस्कृति में प्रकृति जल देवता वरुण को अत्यधिक सम्मान देते हुए सभी महत्वपूर्व अवसरों पर इनकी उपासना की जाती है, लेकिन विलासिता पूर्ण जीवनशैली के बढ़ते प्रभाव के कारण आज का मानव पृथ्वी, प्रकृति, पर्यावरण, वायु और जल संरक्षण पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए बच्चों को प्रकृति से जोड़ने का प्रयास करें और उन्हें पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में शामिल करते हुए हर विषय में कुछ न कुछ समय पर्यावरण संरक्षण को अवश्य दें। विद्यालय के प्रधान रणदीप आर्य ने कहा कि वैदिक धर्म और भारतीय संस्कृति में प्रकृति को विशेष सम्मान दिया गया है।
Arya Bal Bharti Public School Panipat : हर विषय के शिक्षक अपने विद्यार्थियों को प्रकृति से जोड़ने का प्रयास करें : प्रगति आर्य
Aaj Samaj (आज समाज),Arya Bal Bharti Public School Panipat,पानीपत : आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल के सभागार में शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पर्यावरण और पृथ्वी संरक्षण के लिए समय की मांग अनुसार शिक्षा में संशोधित पाठ्यक्रम को बच्चों के लिए रोचक बनाने के विषय में जानकारी दी गई। यह प्रशिक्षण एड्यु-ड्रा पंचकूला द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधान रणदीप आर्य ने की और संस्था की मुख्य प्रशिक्षक प्रगति आर्य मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहीं। प्राचार्या सत्यवान आर्य, आर्य समाज के जिला मीडिया प्रभारी ओम दत्त आर्य और जगदीश आर्य ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इससे पूर्व विद्यालय प्रबंधन समिति और अध्यापकों की ओर से मुख्य प्रशिक्षक प्रगति आर्य का भव्य स्वागत किया गया।