Aaj Samaj (आज समाज), Arvind Kejriwal, पटना: बिहार की राजधानी पटना में कल बीजेपी के खिलाफ हुई विपक्षी एकता की बैठक में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस के रुख साफ न करने पर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्मयंत्री अरविदं केजरीवाल ने कड़ी नाराजगी जताई है। इसी कारण बैठक के बाद पटना में आयोजित विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में वह शामिल नहीं हुए और दिल्ली रवाना हो गए थे।

  • संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए बिना दिल्ली रवाना हो गए थे केजरीवाल
  • 11 दलों ने केंद्र के अध्यादेश को लेकर किया है आम आदमी पार्टी का समर्थन

आम आदमी पार्टी ने जारी किया बयान

अरविंद केजरीवाल के पटना से जाने के बाद ‘आप’ ने बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस जल्द केंद्र सरकार के काले अध्यादेश पर अपना रुख साफ करे, नहीं तो उनके साथ अगली किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। बयान में कहा गया कि केंद्र सरकार के काले अध्यादेश को हराना बहुत जरूरी है।बता दें कि बीजेपी के खिलाफ बिहार के मुख्यमंत्री निवास एक अणे मार्ग पर हुई बैठक में 15 पार्टियों के नेता मौजूद रहे। इन दलों में से 12 दलों का प्रतिनिधित्व राज्यसभा से है। कांग्रेस को छोड़कर सभी 11 दलों ने केंद्र के अध्यादेश को लेकर आप का समर्थन किया है। सभी 11 दलों ने यह कहा कि वे राज्यसभा में इसका विरोध करेंगे।

बैठक में इन मुद्दों पर हुई है चर्चा

विपक्षी एकता की ढाई घंटे की बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, हर सीट पर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी मैदान में उतारने, भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम, सीट बंटवारे का फॉमूर्ला व दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश पर चर्चा हुई। विपक्षी पार्टियों की अगली बैठक शिमला में 10 से 12 जुलाई के बीच हो सकती है।

बैठक के बाद यह बोले थी सीएम नीतीश कुमार

सीएम आवास में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि सभी दलों के बीच एक साथ चलने पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि दलों के बीच एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। बिहार सीएम ने कहा कि सब पार्टियों की जल्द अगली मीटिंग होगी जिसमें अंतिम रूप दिया जाएगा कि कौन कहां से, कैसे लड़ेगा।

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