नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली खराब तबीयत के कारण एक सप्ताह से एम्स में भर्ती हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें पहले आईसीयू में भर्ती कराया गया था अब उन्हें वेंटीलेटर के बजाए ईसीएमओ यानी एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन आॅक्सीजिनेशन पर रखा गया है। ईसीएमओ पर मरीज को शिफ्ट करने का अर्थ यह होता है कि उसका दिल, फेफड़े काम नहीं कर रहा है और वेंटीलेटर का भी फायदा नहीं होता। इससे मरीज के शरीर में आॅक्सीजन पहुंचाया जाता है। मालूम हो कि उन्हें संक्रमण ने चपेट में ले लिया है। शनिवार सुबह जेटली का हालचाल जानने राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह एम्स पहुंचे। गृहमंत्री अमित शाह आज दोबारा जेटली का हाल जानने एम्स पहुंचे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी पहुंचे हैं।
शुक्रवार को उनकी तबीयत में अचानक गिरावट दिखी। उनका उपचार कर रहे एम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों ने आनन-फानन में दवाओं की डोज बढ़ाने का फैसला लिया। उधर, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने और उनके परिजनों से मिलने के लिए एम्स पहुंचे।