
मुख्यमंत्री के ओएसडी व पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन है गजेंद्र फोगाट
हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के 7 गाने बैन किए जाने के बाद मचा बवाल
(आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में गन कल्चर को बढ़ावा देने की बात कहकर सिंगर मासूम शर्मा के बैन किए गए गानों को लेकर मचा बवाल शांत होने का नाम नहीं ले रहा। अब इस मामले में पाकिस्तान के कनेक्शन होने की बात सामने आई है। हरियाणा के सीएम नायब सैनी के ओएसडी व पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन गजेंद्र फोगाट ने हरियाणवी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले कलाकारों का पाकिस्तान के साथ अप्रत्यक्ष कनेक्शन बताया है। फोगाट का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के 7 गाने गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले बताकर बैन किए गए हैं। फोगाट ने यह बाते एक निजी चैनल पर कहीं।
दिए जा रहे 15-15 लाख रुपए
फोगाट का कहना है कि हरियाणा में कलाकारों को गन कल्चर वाले गीत गाने के लिए पंजाब के जरिए पाकिस्तान से फंडिंग मिल रही है। उन्हें 15-15 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। गन कल्चर पर गाने वालों को हरियाणा की संस्कृति, युवा पीढ़ी से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें केवल पैसे से और अपना घर भरने से मतलब है।
हर चौथा गायक हरियाणा में गन कल्चर वाले गाने बना रहा
पिछले 5 से 6 साल में पंजाब की कई म्यूजिक कंपनियों ने हरियाणा में एंट्री मारी। उन कंपनियों ने हरियाणा के कलाकार को, जिन्हें पहले 40-50 हजार रुपए मिलते थे, 15-15 लाख रुपए देकर कहा कि ऐसे गाने बनाओ जैसे पंजाब बना रहा है। ये गाने ट्रेंड के नाम पर बनवाए गए। उसका परिणाम यह हुआ कि आज हर चौथा गायक हरियाणा में गन कल्चर वाले गाने बना रहा है।
पंजाब के बाद हरियाणा में गन कल्चर वाले गाने प्रमोट कर रहा पाकिस्तान
गजेंद्र फोगाट ने कहा कि पाकिस्तान ने पहले पंजाब में नशा बेचा। उसके बाद पैसे देकर गन्स बेचीं। इसके बाद भी काम नहीं बना तो गन के कल्चर को प्रोमोट करने के लिए कलाकारों को गन कल्चर वाले गाने बनाने के पैसे दिए। यह एक बहुत बड़ा एक्सपेरीमेंट पाकिस्तान ने पंजाब में किया जो सफल हुआ। इसी एक्सपेरीमेंट को पाकिस्तान हरियाणा में करना चाहता है।
दिल्ली को अनस्टेबल करना पाकिस्तान
फोगाट ने कहा कि पाकिस्तान दिल्ली पहुंचना चाहता है। उसे दिल्ली को अनस्टेबल करना है, लेकिन बीच में हरियाणा आ रहा है। हरियाणा संदेश की धरती है, गीता की धरती है। यहां गलत कल्चर फैल नहीं सकता। फिर भी पाकिस्तान सोच रहा है कि पंजाब में फैला चुके कल्चर को यहां फैलाएं।
केवल पैसे कमाना मकसद
हरियाणा के कलाकार पंजाब की कॉपी कर रहे हैं। कई कलाकारों ने मोहाली में स्टूडियो बना लिए हैं। कई कलाकार जीरकपुर और मोहाली में रहने लग गए हैं। उन कलाकारों का हरियाणा से अब कोई सरोकार नहीं है। उनके लिए संस्कृति भाड़ में जाए, छोटे-छोटे बच्चे भाड़ में जाएं। उन्हें कोई संदेश नहीं देना। उन्हें बस माल कमाना है।
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