Arthritis : आर्थराइटिस या गठिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें घुटनों, कोहनी और अन्य जॉइंट्स में बहुत अधिक दर्द महसूस होता है। उम्र बढ़ने के साथ लोगों को गठिया की समस्या हो सकती है इसीलिए, बुजुर्गों में यह परेशानी बहुत कॉमन है। लेकिन, बीते कुछ समय से कम उम्र के लोगों को भी आर्थराइटिस की समस्या हो रही है। कई मामलों में 28-30 साल के युवाओं को भी आर्थराइटिस होते देखा गया है।
इस तरह का आर्थराइटिस युवाओं में आम
गठिया के कई प्रकार होते हैं। वहीं, इन दिनों सबसे ज्यादा मामले ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटाइड आर्थराइटिस के पाए जाते हैं।
आर्थराइटिस के लक्षण
गठिया या आर्थराइटिस हो जाने के बाद जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ जाती है। इससे जॉइंट पेन और जकड़न होने लगती है। इससे चलने-फिरने में भी दिक्कतें होती हैं।
युवाओं में क्यों बढ़ रही आर्थराइटिस की बीमारी
यंगस्टर्स में गठिया की बीमारी बढ़ने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण है वह है उनकी लाइफस्टाइल। हमेशा भागदौड़ करना, अनहेल्दी डाइट और कसरत ना करने की वजह से लोगों में आर्थराइटिस का खतरा बहुत कम उम्र में ही बढ़ जाता है।
बैठे रहने का नुकसान
लम्बे समय तक एक जगह बैठकर काम करने से भी शरीर और खासकर जॉइंट्स पर बुरा असर पड़ता है। इससे जोड़ों में दर्द, अकड़न और अन्य तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
विटामिन D की कमी
शरीर का वजन बढ़ने के अलावा शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी के कारण भी आर्थराइटिस हो सकता है। जैसे, कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से हड्डियां और जॉइंट्स कमजोर होने लगते हैं। जिससे दर्द और सूजन बढ़ने लगता है।