- शिल्पकारों और कामगारों के जीवन को नई रोशनी प्रदान करेगी केंद्र सरकार की विश्वकर्मा योजना: उपायुक्त
- पारंपरिक कामगारों के हुनर को मिलेगा बढ़ावा
- निपुण और पारंपरिक कामगारों के हुनर को समर्पित विश्वकर्मा योजना
Aaj Samaj (आज समाज),Art Of Traditional Handicrafts,पानीपत: केंद्र सरकार के वित्त विभाग के सचिव विवेक जोशी ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से विश्वकर्मा योजना की वर्तमान स्थिति जानने को लेकर देशभर के उपायुक्त के साथ समीक्षा बैठक की व आवश्यक दिशा देते हुए कहा कि इस योजना के जरीये परम्परागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देना सरकार का उद्देश्य है। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा दिवस पर दस योजनाओं को लॉन्च किया था। उन्होंने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिये की वे ग्राम स्तर पर इस योजना का 16 अक्टूबर तक पोर्टल पर पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें।
आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए
जोशी ने बताया कि इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों को न सिर्फ ट्रेनिंग दी जाएगी, बल्कि इस योजना के अंतर्गत रोजगार स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक का लोन 5 प्रतिशत की दर पर मुहैया कराया जायेगा। इस योजना के तहत दिये जाने वाले प्रशिक्षण के खत्म होने पर औजार खरीदने के लिए 15 हजार रुपये दिए जाएंगे। प्रार्थी इस योजना के अंतर्गत ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदक हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए। आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। उसके पास आधार कार्ड,पहचान पत्र,निवास प्रमाण पत्र,मोबाइल नंबर,जाति प्रमाणपत्र,बैंक अकाउंट पासबुक होनी चाहिये।
1 लाख से 3 लाख तक का लोन मुहैया कराकर जायेगा
उपायुक्त डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने जानकारी देते हुए बताया कि निपुण और पारंपरिक कामगारों के हुनर को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने विश्वकर्मा योजना शुरू की है। इसके तहत हुनरमंद कारीगरों को 5 दिन का प्रशिक्षण दिया जायेगा व उनके ट्रेड से संबंधित टूल कीट भी मुहैया कराई जायेगी। कामगार सीएससी के माध्यम से ऑनलाइन वेब पोर्टल पोर्टल पर आवेदन करके इसका लाभ ले सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि आवेदन के समय प्रार्थी के पास आधार कार्ड पहचान पत्र निवास प्रमाण पत्र,जाति प्रमाणपत्र, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो होने चाहिये। इस योजना का लाभ 18 कटेगरियों के पारंपरिक कारीगरों व दस्तकारों को मिलेगा प्रशिक्षण पाने वालों को छोटे उद्योग स्थापित करने को लेकर 1 लाख से 3 लाख तक का लोन मुहैया कराकर जायेगा।
आवेदक का बैंक अकाउंट होना चाहिए
इस योजना के तहत प्रति वर्ष ज्यादा से लोगों को काम काज मिलेगा। प्रार्थी को प्रदान की जाने वाली धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में पहुंच जाएगी। इसलिए आवेदक का बैंक अकाउंट होना चाहिए और बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। उपायुक्त ने बताया कि इस योजना को समाज के निचले स्तर के कामगारों के कल्याण हेतु शुरू किया गया है। कामगार योजना के साथ जुडकर रोजगार स्थापित कर सकते हैं। आवेदन पत्रों की जांच होने के बाद सभी लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों को मुफ्त में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इस मौके पर जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी विवेक चौधरी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सुमित चौधरी, एलडीएम तुलाराम,डीपीओ परविद्र कौर, आईटीआई के प्रिंसीपल डॉ. कृष्ण कुमार मौजूद रहे।