प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
ओवरलोड वाहनों से रिश्वत लेने के आरोप में करनाल विजिलेंस ने अंबाला, पंचकूला व यमुनानगर के एडिशनल डीटीओ रमित यादव को गिरफ्तार किया। वहीं करनाल के एमवीओ जसमेर को भी गिरफ्तार किया।
डीटीओ अंबाला व एमवीओ करनाल तीन दिन के रिमांड पर
दोनों को शनिवार को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। रमित यादव से दस लाख 24 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। जबकि एमवीओ से अभी तक कोई रिकवरी नहीं हो सकी है। इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि इस केस में पहले पांच दलाल गिरफ्तार व डीटीओ डा. सुभाष चंद्र गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनसे करीब 71 लाख रुपये की बरामदगी भी हो चुकी है। पूछताछ में सामने आया कि दलाल धौलरा निवासी सुनील कुमार ओवरलोड वाहनों को निकालने के नाम पर मंथली एकत्र कर डीटीओ रमित यादव को भी देते थे। वहीं आरटीए करनाल का एमवीओ कम इंस्पैक्टर जसमेर डीटीओ डा. सुभाष चंद्र के लिए करनाल से मंथली एकत्र करता था।
इस तरह से खुला था मामला :
करनाल विजिलेंस को उत्तर प्रदेश के शामली के गांव रोटन निवासी ट्रांसपोर्टर अख्तर ने शिकायत दी थी। जिसमें कहा गया था कि यमुनानगर व करनाल के डीटीओ डा. सुभाष चंद्र ओवरलोड वाहनों को निकलवाने के लिए मंथली लेते हैं। इसके लिए दलाल रखे हुए हैं। नौ अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 40 हजार रुपये लेते पंसारी बाजार निवासी अंकित व उसके साथी लवली को पकड़ा गया। इसके बाद बाइपास रोड से गांधी धाम कालोनी निवासी नीरज को पकड़ा। अंकित के घर से छह लाख 47 हजार रुपये भी विजिलेंस ने बरामद किए थे। नीरज के घर से एक लाख 76 हजार रुपये बरामद किए थे। लवली को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। जबकि अंकित व नीरज को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इसके बाद एक अन्य दलाल संदीप को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया। उससे 27 लाख रुपए बरामद हुए थे। पहले इस मामले में यमुनानगर व करनाल के जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) डा. सुभाष चंद्र व चार दलालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। उनसे 66 लाख रुपए भी बरामद किए जा चुके हैं। अकेले डीटीओ से 30 लाख रुपए बरामद किए जा चुके हैं। उसके बाद एक और दलाल धौलरा निवासी सुनील कुमार को पकड़ा गया। उससे पांच लाख रुपये बरामद किए गए थे।
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