Army personnel will also help to handle Covid patients: कोविड मरीजों की संभाल के लिए फ़ौज के जवान भी करेंगे मदद 

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पटियाला। पटियाला के सरकारी राजिन्दरा हस्पताल के कोविड वार्ड में मरीजों की संभाल के लिए भारतीय सेना के 30 के करीब जवान भी मदद करेंगे। इन जवानों के मरीजों की सेवा के लिए यहाँ पहुँचने पर डिप्टी कमिशनर  कुमार अमित और राजिन्दरा हस्पताल की कोविड वार्ड इंचार्ज  सुरभी मलिक ने इन की हौसला अफ़जायी करते देश की सरहदों की चौकीदारी करन की तर्ज़ पर ही कोविड विरुद्ध जंग जीतने में मददगार बनने के लिए धन्यवाद किया।
इसी दौरान डिप्टी कमिशनर ने लोगों से अपील की कि कोविड महामारी की समीपता से बचने के लिए टीकाकरन ज़रूर करवाते ज़रूरी एहतियात भी लाज़िमी बरताव और कोई भी लक्षण आने पर टैस्ट भी ज़रूर करवाने। उन बताया कि राजिन्दरा हस्पताल में आने वाले किसी भी मरीज़ को मना नहीं किया जाता और उसको बचाने के लिए पूरी कोशिश की जाती है और यहाँ होने वाली मौतें अकेले पटियाला ज़िलो के लोगों की नहीं होती। डिप्टी कमिशनर ने लोगों को सोशल मीडिया ऊपर आने वाली किसी भी तरह की अफ़वाहों और खबरें पर बिना पुष्टि किये विश्वास न करन के लिए भी अपील की।
इस मौके डा. विशाल चोपड़ा और डा. अमनदीप सिंह स्वामी ने इन जवानों को पी.पी.ई. किटों पहनकर कोविड वार्ड में मरीजों की सेवा करन के लिए ज़रूरी नुक्तों से जानकार करवाया। भारतीय फ़ौज के इन जवानों ने इकजुट्टता के साथ जोश दिखाते मरीजों की सेवा संभाल और कोविड के साथ मृतक प्राणीयों की देहों की संभाल करन के लिए अपनी वचनबद्धता प्रकटाते बुलंद इरादों का दिखावा किया।
इस दौरान श्रीमती सुरभी मलिक ने पत्रकारों के साथ ग़ैर रस्मिया बातचीत करते कहा कि सरकारी राजिन्दरा हस्पताल में जहाँ माहिर डाक्टरों की सेवाओं में विस्तार किया गया है, वहां ही चाहे यहाँ 120 वेंटिलेटर पहले ही मौजूद थे अब इन की संख्या 180 कर दी गई है और आक्सीजन वाले 600 बैंड उपलब्ध हैं जबकि यहाँ 286 मरीज़ दाख़िल हैं, जिन में से इस समय पर 140 ज़्यादा गंभीर हैं।
श्रीमती सुरभी मलिक ने ओर बताया कि चाहे सभी देश में आक्सीजन की कमी है परंतु इस हस्पताल में ज़िला और राज कंट्रोल रूम के साथ लगातार संबंध और तालमेल करके अपेक्षित आक्सीजन की पूर्ति समय सिर हो रही है और आज तक कोई किल्लत नहीं हुई। उन कहा कि यहाँ 6टन का आक्सीजन बड़ा सिलंडर, आक्सीजन जनरेटर, फ़ाल्तू आक्सीजन सिलंडर, आक्सीजन कन्नस्ट्रेटर भी उपलब्ध हैं और मरीजों की ज़रूरत मुताबिक फ़ाल्तू आक्सीजन मौजूद है।
उन कहा कि यहाँ पिछले दो महीनों से कोई भी ऐसा मरीज़ नहीं दाख़िल हुआ जिसने कोविड वैक्सीन की दो ख़ुराकों लगवा ली होने, इस लिए लोगों को आगे आ कर कोविड वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए झभ
श्रीमती मलिक ने बताया कि हस्पताल में पटियाला ज़िले के इलावा पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के भी गंभीर बीमार मरीज़ इलाज के लिए आ रहे हैं और इन में से बहुत से मरीज़ वह हैं जो कि पहले ही बहुत गंभीर स्थिति में होते हैं, जिस करके मौतों की संख्या भी उसी दर के साथ है।
उन ओर बताया कि राजिन्दरा हस्पताल की मोरचरी में भी मृतक देहों रखने की कोई समस्या नहीं है और अपेक्षित बुनियादी ढांचा मौजूद है। इस मौके प्रिंसिपल मैडीकल कालेज डा. राजन सिंगला, वाइस प्रिंसिपल डा. आर.पी.ऐस. सिबिया और मैडीकल सुपरडैंट डा. हरनाम सिंह रेखीय भी मौजूद थे।