अखिलेश बंसल, बरनाला:
शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस को ‘साम्राज्य विरोधी दिवस’ के तौर मनाने के बाद 32 किसान संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चा ने इस बार 15 अगस्त को मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस को ‘किसान मजदूर आजादी दिवस’ के तौर पर मनाने का ऐलान किया है। यह ऐलान बरनाला रेलवे स्टेशन पर चल रहे किसान आंदोलन के 309वें दिन किया गया है। आंदोलनकारी किसानों ने यह भी कहा है कि देशभर में तिरंगा फहराए जाने वाले किसी अधिकारत सरकारी समागम का या तिरंगा वाले किसी मार्च का विरोध नहीं किया जायेगा लेकिन भाजपा नेताओं और उनके सहयोगी सभी राजनीतिक और सरकारी सरगर्मियों का विरोध और नेताओं के घेराव का प्रोग्राम पहले की तरह उस दिन भी जारी रहेगा।
किसानों ने कहा कि किसान संसद में हो रही उच्च-मानक बहस ने खेती कानून के जनविरोधी खासे को उजागर किया है। पराळी साडऩे वाले बिल के बारे हुई बहस ने स्पष्ट कर दिया कि हवा के प्रदूषण के लिए किसानों को बदनाम किया जा रहा है। औद्योगिक इकाइयों और वाहनों के प्रदूषण को नजरअंदाज किया जा रहा है। शुक्रवार को आज किसान संसद में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पास किया जायेगा। 10 अगस्त को धरने वाली जगह पर सामाजिक सद्भावना का त्योहार ‘तीज’ मनाया जायेगा।