Jind News (आज समाज) जींद: हरियाणा के जींद जिले के जुलाना क्षेत्र में 3 अगस्त को हुए युवक के ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा दिया है। इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान गांव करसोला निवासी संदीप और जुलाना निवासी शीशपाल उर्फ पाली के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने युवक के हाथ बांधकर उसे नहर में डुबोकर मारा था। करीब 6 साल पहले मृतक ने आरोपी पर जानलेवा हमला करवाया था। इसकी रंजिश में आरोपी ने किडनैप कर युवक विजय की हत्या कर दी। बुधवार को डीएसपी रोहताश ढुल ने बताया कि 3 अगस्त को जुलाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सुंदर ब्रांच नहर में खरैंटी पुल के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा मिला है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की, तो मृतक की पहचान गांव लिजवाना कलां निवासी विजय उर्फ जडेजा के रूप में हुई। मृतक विजय उर्फ जडेजा के साले गांव डावला झज्जर निवासी संजय ने हत्या की आशंका जताते हुए शिकायत दी थी। इसमें संजय ने बताया था कि विजय का किसी के साथ फोन पर झगड़ा हुआ था। इसके बाद वह घर से निकला था और वापस नहीं आया। सुबह उसका शव खरैंटी पुल के पास मिला है। इस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। रढ सुमित कुमार ने जुलाना थाना व डिटेक्टिव स्टाफ जींद की टीम बना कर ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने के आदेश जारी किए। पुलिस की टीमों ने जांच में मामले का खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को काबू किया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों संदीप और शीशपाल ने बताया है कि 2018 में विजय उर्फ जडेजा और शीशपाल की शराब के ठेके को लेकर फोन पर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद शीशपाल उर्फ पाली को ठेका मिला। उस पर भी दोनों के बीच फिर से कहासुनी हुई।
बदला लेने के लिए मारने की बनाई योजना
विजय गुस्साया हुआ था, इसलिए उसने अपने दोस्त कुलदीप निवासी फतेहगढ़ को पिस्टल लेकर बुलाया। वहां कुलदीप ने शीशपाल को गोली मार दी। यहां से उनकी दुश्मनी शुरू हुई थी। वहीं, आरोपी संदीप ने बताया कि उसकी शीशपाल से जान-पहचान थी। शीशपाल ने बदला लेने के लिए विजय को मारने की योजना बनाई।
3 अगस्त 2024 को योजना के अनुसार लिजवाना खुर्द और ढिगाणा के बीच एक आई-20 गाड़ी में विजय और कुलदीप को बीयर पीते पकड़ लिया। हमारे आते ही कुलदीप वहां से निकल गया। तब विजय को शीशपाल ने गाड़ी में बैठा लिया और गढ़वाली खेड़ा नहर पुल के पास ले गया। वहां विजय के दोनों हाथों को गमछे से बांध दिया और पानी में डुबोकर उसे मार डाला।