Punjab News: हरियाणा पुलिस अधिकारियों के लिए बहादुरी पुरस्कार देने की सिफारश पर फिर विचार करने की अपील

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हरियाणा पुलिस अधिकारियों के लिए बहादुरी पुरस्कार देने की सिफारश पर फिर विचार करने की अपील
हरियाणा पुलिस अधिकारियों के लिए बहादुरी पुरस्कार देने की सिफारश पर फिर विचार करने की अपील

चंडीगढ़ (आज समाज)। शं•ाू बार्डर पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा के पुलिस अधिकारियों द्वारा नि•ााई गई •ाूमिका के लिए उनको बहादुरी के पुरस्कारों की सिफारिश पर सख्त ऐतराज जताते हुए पंजाब विधान स•ाा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री को किसानों को शं•ाू बार्डर पर आगे बढ़ने से रोकने में शामिल पुलिस अधिकारियों के लिए बहादुरी के पुरस्कारों की सिफारिश संबंधी फैसले पर पुर्नविचार करने की अपील की है।

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे अपने पत्र में संधवां ने कहा कि किसानों की मांगों का समर्थन करते, मैं हरियाणा के डायरेक्टर जनरल आफ पुलिस द्वारा हाल ही में शं•ाू बार्डर पर किसानों के मार्च को रोकने में शामिल छह पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों को बहादुरी के पुरस्कार देने की सिफारिश पर गहरी चिंता और इस फैसले की सख्त निंदा करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि, फिलहाल कि मैं हमारी पुलिस फोर्स की बहादुरी और समर्पण का दिल से सम्मान करता हूँ और यह मानता हूं कि उनके द्वारा नि•ााई गई शानदार सेवाओं के लिए मान-सम्मान देना बनता है।

पंजाब विधान स•ाा स्पीकर ने अपने पत्र में लिखा कि कोई •ाी फैसला लेने से पहले शं•ाू में पंजाब- हरियाणा सरहद पर बने हालातों को ध्यान में रखा जाए। प्रधानमंत्री को हरियाणा सरकार के इस दु•ाार्गयपूर्ण फैसले पर पुर्न विचार करने की अपील करते हुए संधवां ने कहा कि •ाारत की सर्वोच्च संवैधानिक अथारिटी होने के नाते मैं आपको इस सिफारिश पर फिर विचार करने की अपील करता हूं।

उन्होंने कहा कि ऐसे हालातों में हमारे लिए लोकतंत्र, न्याय और मानवीय सिद्धांतों को बरकरार रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के किसानों द्वारा दिए जाते योगदान के लिए वह मान- सम्मान के हकदार है, इसके लिए उनके साथ किसी •ाी तरह की बेरुखी और बेइंसाफी न की जाए। उन्होंने कहा कि यह हमारा फर्ज बनता है कि हम शहीद शु•ाकरन और अन्य किसान- मजदूरों, जिनको इस प्रदर्शन दौरान संताप बर्दाश करना पड़ा, के लिए न्याय को यकीनी बनाए।