गगन बावा, गुरदासपुर:
पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से गवर्नमेंट कॉलेज गुरदासपुर में छात्रों की रैली का आयोजन किया गया। इसमें सभी छात्रों से आग्रह किया गया कि वे पीटीए फंड का बहिष्कार करें और गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर को नियमित किया जाए। कॉलेज में नए शिक्षकों की स्थायी भर्ती की जाए। इस अवसर पर प्रदेश भर के जिला केंद्रों पर 15 सितंबर को होने वाले विरोध मार्च में अधिक से अधिक छात्र शामिल होने की घोषणा की गई।
यूनियन के जिला नेता मणि भट्टी और कॉलेज कमेटी के अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह पन्नू ने कहा कि गुरदासपुर जिले का सबसे पुराना कॉलेज सरकारी कॉलेज है, जहां से पढ़कर छात्र विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं, लेकिन पिछले 26 साल से सरकारी कॉलेजों में सरकार की ओर से कोई नई भर्ती नहीं की गई है, जिससे गुरदासपुर समेत बाकी सरकारी कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों की कमी हो गई है। गेस्ट फैकल्टी शिक्षक सरकारी कॉलेजों में छात्रों को पढ़ा रहे हैं। उनके वेतन का आधा हिस्सा सरकारी खजाने से और आधा छात्रों पर लगाए गए पीटीए से दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि हर साल स्थायी प्रोफेसर सेवानिवृत्त हो रहे हैं और नए शिक्षकों की भर्ती का सारा बोझ छात्रों और अभिभावकों पर पड़ रहा है। हालांकि सरकार ने गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर की भर्ती पर रोक लगा दी है, लेकिन नई भर्ती के तहत सरकारी कॉलेजों में रिसोर्स पर्सन रखे जा रहे हैं, जिसका पूरा वेतन छात्रों पर लगने वाले पीटीए से दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि पीटीए फंड एक ऐसा फंड है जो सिर्फ माता-पिता से ही जुटाया जाता है। पीटीए फंड एक नॉन-रिफंडेबल फंड है, लेकिन यह एक जरूरी फंड नहीं है। हालांकि यह छात्रों से लिया जाता है। यूनियन के नेताओं ने मांग की कि पंजाब के सरकारी कॉलेजों में शिक्षकों की स्थायी भर्ती की जाए और लंबे समय से अध्यापन कर रहे गेस्ट फैकल्टी लेक्चररों का पूरा वेतन सरकारी खजाने से दिया जाए। उन्होंने सभी छात्रों और अभिभावकों से पीटीए फंड का बहिष्कार करने की अपील की ताकि सरकारी कॉलेजों के अस्तित्व को बचाया जा सके। इस अवसर पर यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष अमर क्रांति, रवि सिद्धू, अर्शदीप सिंह, जतिन चौधरी, अर्शदीप, दीपक पनियार आदि उपस्थित थे।