AP Singh said when new death warrant is issued, do not commit judicial murder: नया डेथ वारंट जारी होने पर एपी सिंह बोले, ज्यूडिशियल मर्डर मत कीजिए

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नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप मामले में और मर्डर केस के चारों दोषियों के खिलाफ उनके वकील ए.पी.सिंह द्वारा तमाम कानूनी हथकंडे अपनाने के बावजूद आज चौथी बार इन दोषियों के खिलाफ डेथ वॉरंट जारी कर दिया गया। जिसके बाद उन्होंने मीडिया मे बात करते हुए कहा कि चार बार आप फांसी की सजा दे चुके हो और कितनी बार मारोगे। यह ज्यूडिशियल मर्डर है। उन्होंने कहा कि यह कोई आतंकी नहीं है। जेल में सुधर रहे हैं और उनमें परिवर्तन आ रहा है। दोषियों के वकील ने कहा कि दोषियों के पास अभी कानूनी विकल्प बचे हुए हैं। एपी सिंह ने न्यायपालिका पर ही आरोप लगाया कि अभी अक्षय की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है और जेल ने कोर्ट को यह जानकारी दी है। दोषियों के वकील का अरोप था कि दोषियों का ज्यूडिशियल मर्डर मत कीजिए। सीआरपीसी कहती है कि किसी को एक से ज्यादा बार फांसी की सजा नहीं दी जा सकती है। डेथ वारंट जारी कर चार बार मार चुके हो और कितना निचोडोगे। उन्होंने कहा कि अभी सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है जिसमें केन्द्र सरकार सभी दोषियों को अलग-अलग फांसी की सजा देने की मांग की थी। अदालत की ओर से फांसी की तारीख तय किए जाने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि आशा करती हूं कि यह अंतिम तारीख होगी और 20 मार्च को उन्हें फांसी दी जाएगी। जब तक उन्हें फांसी नहीं होती, संघर्ष जारी रहेगा। गौरतलब है कि अदालत ने आज 20 मार्च को सुबह साढ़े पांच बजे दोषियों के लिए डेथ वारंट जारी किया है। निर्भया के दोषियों को 20 मार्च को फांसी पर चढ़ा दिया जाएगा।