Anti Terrorism Conference: केंद्र सरकार आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए बचनबद्ध

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Anti Terrorism Conference

Aaj Samaj (आज समाज),  Anti Terrorism Conference, नई दिल्ली: भारत के खिलाफ बढ़ती खालिस्तानी संगठनों की गतिविधियों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आतंकवाद को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। केंद्र आतंकवाद के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर भरोसा करता हैै। उन्होंने गुरुवार को आतंकवाद विरोधी सम्मेलन का उद्घाटन अवसर पर ये बातें कहीं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन आयोजित किया है।

  • आतंकवाद के प्रति बिल्कुल बर्दाश्त न करने की नीति

जीरो टॉलरेंस नीति को देश ने भी स्वीकार किया

अमित शाह ने कहा, प्रधानमंत्री की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को देशवासियों ने भी स्वीकार कर लिया है और हर हालत में देश आतंकवाद मुक्त होगा। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि देश द्वारा अपनाई गई आतंकवाद के प्रति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति के पीछे पीएम मोदी का दृष्टिकोण है। गौरतलब है कि बीते कुछ दिन से ब्रिटेन से लेकर कनाडा खालिस्तानी आंदोलन तेज हो गया है और जानकारों के मुताबिक इस बीच आतंकवाद के खात्मे के प्रति प्रतिबद्धता का अमित शाह का वादा काफी अहम है।

ट्रूडो के भारत विरोधी बयान से गरमाया है खालिस्तान का मुद्दा

कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपों के बाद खालिस्तान मुद्दा गरमाया है। जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में कहा था कि कोलंबिया के सरे गुरुद्वारे में जून में हुई निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स संलिप्त हैं। इसके बाद से खालिस्तानियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और वे लगातार भारत विरोधी पद्रर्शनों के साथ धमकियां दे रहे हैं।

एनआईए अधिकारियों को भी मिल रही धमकियां

एनआईए के अधिकारियों को आतंकी संगठनों और नक्सलियों से धमकियां मिल रही हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को एनआईए के अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करने के लिए पत्र लिखा है। इसके अलावा राज्य के दूर-दराज इलाकों में छापेमारी के दौरान पर्याप्त कवर सुरक्षा देने की राज्यों को हिदायत दी गई है।

साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई), पाकिस्तान की आईएसआई के साथ मिलकर, भारत की अन्य खुफिया इकाइयों के अलावा एनआईए अधिकारियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रहा है। विदेश में खालिस्तानी समूहों के विरोध का सामना कर रहे वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के बीच गृह मंत्रालय के पत्र में कश्मीर में एनआईए अधिकारियों को निशाना बनाने के लिए अल-बद्र से सीधे खतरे के बारे में भी बात की गई है।

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