किसान रैली के दौरान दिल्ली के कुछ इलाकों मेंहिंसा और अराजकता का माहौल बना। संयुक्त किसान मोर्चे ने इस हिंसा और अराजकता से अपना पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने बयान जारी किया कि कुछ संगठनों व लोगों ने तय रूट का उल्लंघन किया और निंदनीय कृत्य किया। रैली में असामाजिक तत्वों ने घुसपैठ कर ली, अन्यथा आंदोलन शांतिपूर्ण था। किसान नेताओं ने कहा कि हमने हमेशा कहा है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और इसका उल्लंघन आंदोलन को आघात पहुंचाएगा। इसके साथ ही कहा गया कि हम गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित ट्रैक्टर रैली में किसानों के अभूतपूर्व समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं। इसके साथ ही अवाांछित व अस्वीकार्य घटनाओं की हम निंदा करते हैं और खेद प्रकट करते हैं। किसान संगठनों ने इन घटनाओं से वह खुद का अलग कर रहा है। उसका इनसे कोई संबंध नहीं है।