• डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने कहा : नशा होता अच्छा तो मां कहती खा ले मेरे बच्चा

 

Aaj Samaj (आज समाज),Anti Drug Awareness Program, पानीपत : हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन और अनिल कुमार के मार्गदर्शन में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा उच्चाधिकारियों के दिशानिर्देशों से प्रतिदिन हरियाणा के विभिन्न संस्थानों में जाकर नशे के विरुद्ध प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं। शुक्रवार को राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पानीपत में 7 दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

 

सोच में परिवर्तन बहुत आवश्यक

ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने उपस्थित स्वयंसेवकों के साथ वार्तालाप के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। सबसे पूर्व स्वामी विवेकानंद के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए डॉ. वर्मा ने कहा कि हम संसार को नहीं बदल सकते लेकिन अपने चरित्र में परिवर्तन करके एक आदर्श स्थापित कर सकते हैं, क्योंकि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि सोच में परिवर्तन बहुत आवश्यक है। डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार अधिकतर 90 प्रतिशत अपराधों की जड़ केवल और केवल नशा है। इस विषय पर उन्होंने खुले मंच पर विद्यार्थियों को आमंत्रित कर उनके विचार जानकार उनसे ही समाधान ढूंढ़ने को कहा और वार्तालाप के माध्यम से उन्हें नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया।

 

चर्चा-परिचर्चा में विद्यार्थियों को जोड़कर इसे और अधिक रोचक बनाया गया

नशे के कारण, निवारण और समाधान पर चर्चा करते हुए डॉ. वर्मा ने कहा कि विधि अनुसार प्रतिबंधित नशा रखना, सेवन करना, क्रय विक्रय करना, उत्पादन करना और ऐसे कार्य में किसी की सहायता करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित एवं दंडनीय है। कार्यशाला में इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा परिचर्चा में विद्यार्थियों को जोड़कर इसे और अधिक रोचक बनाया गया। डॉ. वर्मा ने बताया कि नशा मुक्त समाज के लिए हरियाणा सरकार बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य भी कर रही है। यदि कोई व्यक्ति नशे का शिकार हो चुका है और नशा छोड़ना चाहता है तो वह नागरिक अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में निशुल्क उपचार करा सकता है। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने हृदय पर हाथ रखकर शपथ ली कि वे जीवन में किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेंगे और अन्य लोगों को भी नशा न करने के लिए प्रेरित करेंगे। यदि कोई नशे का कारोबार करता है तो इसकी सूचना 9050891508 पर देंगे। शिविर में एक विद्यार्थी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Connect With Us: Twitter Facebook