- अपने आसपास साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें : सिविल सर्जन
- ‘हर शुक्रवार डेंगू से लड़ो’ नारे के साथ डेंगू विरोधी अभियान की शुरुआत
- उपायुक्त ने डेंगू विरोधी जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
- सामुदायिक भागीदारी को और बढ़ाने की जरूरत पर जोर
Aaj Samaj (आज समाज),Anti-Dengue Campaign, जगदीश, श्हीद भगत सिंह नगर ,(नवांशहर), 28 जून 2023:
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जिला शहीद भगत सिंह नगर ने बरसात के मौसम में डेंगू पर समय पर नियंत्रण के लिए ‘हर शुक्रवार को डेंगू पर जाएँ’ नारे के साथ सामुदायिक भागीदारी को और बढ़ाने के लिए रोकथाम जागरूकता अभियान शुरू किया है।
इस अवसर पर उपायुक्त एस. नवजोत पाल सिंह रंधावा ने आज जिला प्रशासनिक परिसर में जिला स्तरीय समारोह के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित डेंगू विरोधी जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने जागरूकता रैली में भाग लेने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों और छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों पर समय पर नियंत्रण के लिए व्यवहार परिवर्तन संचार रणनीति है। जागरूकता के लिए सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने में समय लगता है।
ऐसा करने के लिए। उन्होंने कहा कि इन वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा, तभी हम अपने समाज को स्वस्थ और स्वस्थ रखने के प्रयासों में सफल हो सकते हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग सहित सभी हितधारक विभागों को सचेत करते हुए कहा कि इस बार भारी बारिश की स्थिति में हमें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, इसलिए मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए घर-घर सर्वेक्षण और जांच के प्रति जागरूक रहना होगा। गतिविधियों में तेजी लाने के साथ ही फॉगिंग आदि के कार्य में भी कोई कसर न छोड़ी जाय।
इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि डेंगू एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से फैलता है. यह मच्छर केवल दिन में काटता है और डेंगू मच्छर एक सप्ताह में अंडे से पूर्ण मच्छर बन जाता है। इसलिए, डेंगू के लार्वा पैदा करने वाले स्थान (जैसे कूलर, गमले, रेफ्रिजरेटर ट्रे और पानी से भरे अन्य कंटेनर आदि) को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें। डेंगू की रोकथाम के लिए अपने आस-पास की साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है।
शरीर को ढकने, टंकियों को ढकने और मच्छरदानी का प्रयोग करने से डेंगू और मलेरिया से बचाव किया जा सकता है।उन्होंने जिलेवासियों से डेंगू की रोकथाम के लिए सहयोग की अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है, लेकिन लोगों के सहयोग से ही जिले को डेंगू मुक्त बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि आजकल ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जिससे पूरा शरीर ढका रहे। अगर किसी को डेंगू से पीड़ित होने का संदेह हो तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच कराएं। सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज बिल्कुल मुफ्त है।
इस अवसर पर जिला महामारी विशेषज्ञ डाॅ. राकेश पाल ने बताया कि बरसात के मौसम में मैडेनजर मच्छरों का उत्पादन बढ़ जाता है। इससे डेंगू बुखार फैलने का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू बुखार से खुद को और समाज को बचाने के लिए यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने आस-पास साफ-सफाई रखें। मच्छरों के प्रजनन के स्रोतों को ख़त्म किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर शुक्रवार को डेंगू के खिलाफ एक अभियान चलाया जाना चाहिए, जिसके तहत लोगों को कार्यालयों और घरों में कूलर, रेफ्रिजरेटर ट्रे, पक्षियों के लिए पानी के कटोरे सहित बर्तनों को साफ करना चाहिए और घर में अतिरिक्त कबाड़ आदि का निपटान करना चाहिए। . उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई दें, जिसमें तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते आदि शामिल हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। जाकर जांच करानी चाहिए। ठा. को. राज्य के सभी सरकारी अस्पताल मुफ्त डेंगू बुखार परीक्षण और उपचार प्रदान करते हैं। समूह समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने लोगों से अपील की कि वे डेंगू बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग दें।
इस मौके पर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डाॅ. हरप्रीत सिंह, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. राकेश पाल, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतविंदरपाल सिंह, जिला समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी दलजीत सिंह, ब्लॉक एक्सटेंशन एजुकेटर विकास विरदी और हेल्थ इंस्पेक्टर राजीव कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
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