नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस संकट की आहट संसद तक में सुनाई दी। कांग्रेस के सांसदों ने मंगलवार फिर से संसद में कर्नाटक का मामला उठाया और जिसके बाद पार्टी के सभी सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया। हालांकि कर्नाटक में कांग्रेस की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। अब विधायक रोशन बेग ने इस्तीफा दे दिया है। अब तक कांग्रेस के 11 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं कांग्रेस के विधायकों की बेंगलुरु में मंगलवार सुबह बैठक की। सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी ने गुलाम नवी आजाद को बेंगलुरू हालात का जायजा लेने के लिए भेजा है। दूसरी ओर बीजेपी नेता शोभा ने बताया कि हमारे पास कांग्रेस जेडीएस गठबंधन से ज्यादा विधायक हैं। हमारे पास तकरीबन 107 विधायकों का समर्थन है। लेकिन वे गिरकर 103 पर पहुंच गए हैं। मुझे लगता है कि राज्यपाल को अब बीजेपी को सरकार बनाने का फैसला लेना चाहिए।
इससे पहले मंगलवार सुबह बेंगलुरु में बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास पर बीजेपी नेता जुटे। इन नेताओं में मुरुगेश निरानी, उमेश कट्टी, जेएसी मधुस्वामी और के रत्ना प्रभा शामिल थे।
बीजेपी नेता शोभा ने बताया कि हमारे पास कांग्रेस जेडीएस गठबंधन से ज्यादा विधायक हैं। हमारे पास तकरीबन 107 विधायकों का समर्थन है। लेकिन वे गिरकर 103 पर पहुंच गए हैं। मुझे लगता है कि राज्यपाल को अब बीजेपी को सरकार बनाने का फैसला लेना चाहिए।
बेंगलुरु में बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास पर बीजेपी नेता जुटने लगे हैं। मुरुगेश निरानी, उमेश कट्टी, जेएसी मधुस्वामी और के रत्ना प्रभा मंगलवार सुबह येदियुरप्पा के आवास पर पहुंचे।
संसद में सोमवार को उठा कर्नाटक संकट का मामला
यह मामला संसद में भी उठाया गया जहां केंद्र सरकार ने इस राजनीतिक गतिरोध में अपनी भूमिका से इनकार किया जबकि कांग्रेस ने उस पर साजिश रचने का आरोप लगाया। लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा इस्तीफा अभियान शुरू किया गया था। उन्होंने कहा, कांग्रेस के बड़े नेता इस्तीफा दे रहे है।
दो निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा
बेंगलुरू में जद (एस) के सूत्रों के अनुसार पार्टी विधायकों को शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक रिसॉर्ट ले जाया गया है। दो निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा को समर्थन दिया है। विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार यदि 13 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लेते है तो सत्तारूढ़ गठबंधन को बहुमत खोने के खतरे का सामना करना पड़ सकता है।