Aaj Samaj (आज समाज),Annual Festival Of Arya Samaj Model Town Panipat, पानीपत : आर्य समाज मॉडल टाउन पानीपत के वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन का और उत्सव का तृतीय सत्र प्रातः आरंभ यज्ञ से हुआ और भजनों के पश्चात आचार्य अंकित प्रभाकर जी ने अपनी पिछली कड़ी को जोड़ते हुए। आज सत्यार्थ प्रकाश एबल अध्याय पर चर्चा करते हुए कहा कि माता संस्कार की जननी है और वो ही समाज की निर्माता है और बच्चे के पहले 5 वर्ष बच्चे का निर्माण माँ ही करती है और वास्तव में गर्भावस्था के 9 माह बालक को अपने कृत द्वारा शिक्षा देती है, संस्कार प्रदान करती है। 6 वर्ष से 10 वर्ष तक डांट फटकार के माध्यम से माता पिता बच्चे का निर्माण करते हैं, उसके पश्चात पिता की जिम्मेदारी स्नेह से बर्ताव करके मित्र की भांति व्यवहार करते हुए सर्वगुण सम्पन्न व आत्मविश्वासी बनाना है। 6 वर्ष की आयु होने पर माता/ पिता एक सलाहकार और अच्छे बुरे की पहचान करने की कला में संपूर्ण करते है।
इस सब में महत्वपूर्ण स्थान गुरु का रहता है जोकि न केवल शिक्षा का ज्ञान प्रदान करता है अपितु माता/ पिता व समाज के प्रति जिम्मेदारियां निभाने की कला से अवगत कराता है अपितु बुराइयों को पीछे छोड़ने के लिए संस्कार भी देता है। लोग मंत्रमुग्ध हो कर अपने समय का सदुपयोग करते हुए उनके प्रवचनों को सुनते रहे। कल वार्षिक उत्सव का तीसरा दिन होगा, जिसमें इसी कड़ी को आगे बढ़ाया जाएगा। मंत्री चंद्र मोहन गुलाटी ने कथनी को संग्रहित करते हुए मंच संचालन के साथ कहा कि युवा पीढ़ी आने वाले वर्षों का स्वरूप क्या चाहते है यह उनके ही हाथों में है। प्रधान शशिकांत चढ़ा, रमेश बजाज, रवि अहलावत, राजेश, इन्द्र मोहन आहूजा गुलाटी, दीपांशु कटारिया, अनिल आर्य, ओम प्रकाश दावर, शक्ति ठकराल, आशीष दुहन तथा सुमित्रा अहलावत, गुलशन नंदा, ईश्वर चौधरी, बीरमती, सुमेधा गुलाटी, विदुषी, सुदर्शन आर्य, आशा, रेणु ठकरा, ज्योति ठकराल/कटारिया आदि उपसिथित रहे।