नई दिल्ली। केंद्र द्वारा लागू किए गए नए कृषि कानूनों केखिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं। किसानों के आंदोलन कई दिनों से लगातार जारी है। सरकार ने किसानों के साथ कई कई चरण में बातचीत की है। लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। किसान अपनी मांगों को लेकर बैठे हैंउनका कहना है कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती तब तक यह धरना जारी रहेगा। बता दें कि बुधवार को केंद्र सरकार ने लिखित में19 पन्नों के प्रस्ताव को किसानों को भेजा था जिस पर विचार कर किसानों ने इसे खारिज कर दिया था। किसान तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करनेकी मांग कर रहे हैं। किसानों की सरकार के साथ बातचीत सफल नहीं होने के कारण अब किसानों ने अपना आंदोलन तेज करने का एलान किया है। किसानों का एलान है कि जब तक तीनों कानूनों को रद्द नहीं किया जाएगा वह अपना आंदोलन रद्द नहीं करेंगे। किसानों ने कहा कि वह 12 दिसंबर को देश के सभी टोल प्लाजा फ्री करेंगे। जबकि  14 दिसंबर को देश के सभी जिलों में किसानों ने धरना प्रदर्शन ्िरया जाएगा। चिल्ला बॉर्डर पर दिल्ली के एसीपी पुलिस पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को कोरोना जांच के लिए कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस पर एसीपी ने किसान नेता को फूल देकर मनाने की कोशिश की। इस पर किसानों ने कहा कि प्रशासन शांति से बात करेगा तो हम भी करेंगे। इसके बाद नोएडा पुलिस ने भी किसानों को फूल दिए।.