पुणे। सुप्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे जिनकी एक आवाज पर हजारों लोग सड़क पर आ गए थे। जिन्होंने अपने जीवन में कई सफल आंदोलन चलाए। उनके आंदोलन के बाद ही अरविंद केजरीवाला की ‘आप’ पार्टी अस्तित्व में आई थी। उन्हें सर्दी, खांसी और कमजोरी की शिकायत के बाद मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अन्ना के एक करीबी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के अनुसार चिंता की कोई बात नहीं” है और उन्होंने 82 वर्षीय समाजसेवी को पूरी तरह आराम करने की सलाह दी है। अन्ना ने सर्दी और खांसी की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें जांच के लिये मंगलवार सुबह अहमदनगर जिले में उनके पैतृक गांव रालेगण सिद्धि से पुणे के शिरूर तालुका में वेदांता अस्पताल लाया गया। अन्ना के करीबी ने बताया कि चिकित्सकों की एक टीम ने उनकी जांच की और बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। उन्होंने कहा, ‘सर्दी के चलते उन्हें सीने में संक्रमण हुआ जिसकी वजह से उन्होंने खांसी और कमजोरी हुयी। हालांकि चिकित्सकों ने कहा कि हजारे स्थिर हैं और चिंता की कोई बात नहीं।’ लोकसभा ने जुलाई में सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून में संशोधन को पारित किया था, जिसके बाद हजारे ने केंद्र सरकार पर इस कदम के जरिये भारतीय नागरिकों को धोखा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने तब कहा था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है लेकिन अगर देश के लोग आरटीआई अधिनियम की आत्मा की रक्षा के लिये सड़कों पर उतरें तो वह भी उनके साथ आएंगे।