आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। मनरेगा में काम करने की मजदूरी न मिलने से मतलोडा क्षेत्र के रेरकलां गांव के आक्रोशित दीपक, सलिन्दर, विकी, बलराम, सुमन, सागर, बंसी, संतरा, राजबाला किरण आदि दर्जनों महिला व पुरुषों ने ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ जम कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि खण्ड मतलोडा मनरेगा के मुख्य कर्मी द्वारा मनरेगा में मजदूरी करने वालों के साथ दोगला व्यवहार किया जा रहा है।
सैंकड़ों लोगों ने मनरेगा में काम भी नहीं किया और उनके खातें में पैसे आ रहे हैं
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऑन लाइन रिकॉर्ड में सैंकड़ों लोगों ने मनरेगा में काम भी नहीं किया और उनके खातें में पैसे आ रहे हैं और जो लोग मजदूरी कर रहें हैं, उनके खाते खाली हैं। इस बारे हमने मनरेगा के मुख्य कर्मी से कहा तो उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार करते हुए कहा कि ये हमारा काम है। जो करना चाहे कर लेना, बिगाड़ लेना। इसी समस्या को लेकर ग्रामीण कार्यालय पहुंचे और बीडीपीओ से मिलना चाहा, परन्तु खण्ड विकास पंचायत अधिकारी ने ग्रामीणों से मिलना उचित नहीं समझा।
आक्रोशित ग्रामीण ऑफिस के गेट में बैठे
ग्रामीणों की समस्या को सुनने व मिलने नहीं दिया गया तो आक्रोशित ग्रामीण मुख्य आफिस के दरवाजे के
बाहर बैठ गए।जिससे कार्यलय में आने जाने वाले कर्मियों व आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कर्मियों की परेशानी को देख आखिर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी को ग्रामीणों की समस्या को सुनने के लिए मजबूरन आना पड़ा और ग्रामीणों की समस्या सुनी। बीडीपीओ ने समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया।
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