नवीन मित्तल, शहजादपुर :
दो दिन पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 72 शहजादपुर-नारायणगढ़ मार्ग पर मोटरसाइकिल सवार द्वारा पानी की कुरली सड़क पर डालते समय पीछे से आ रही कार में बैठे व्यक्ति पर पानी गिरने से खफा कार सवारों ने मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को रोककर जमकर मारपीट की। यही नही कुछ दूर आगे चलकर मोटरसाइकिल के टक्कर भी मार दी।पुलिस ने शिकायत के आधार पर लुधियाना निवासी आरोपी गुरविंद्र,परमजीत सिंह,रणजीत सिंह व सतनाम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाई शुरू कर दी है।
जानकारी अनुसार छतरपुर, जिला फतेहगढ़ साहिब पंजाब के रहने वाले जगदीप सिंह ने शहजादपुर पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह लुधियाना गोल्ड स्टार फैक्ट्री में नौकरी करता है। 5अगस्त को सुबह 11 बजे मैं तथा जाडला निवासी मेरा दोस्त तुषार भनोट के साथ मेरी मोटरसाईकिल पर स्वार होकर पोन्टा साहिब गुरद्वारा में माथा टेकने के लिये चले थे। मोटरसाईकिल तुषार चला रहा था व मैं पीछे बैठा हुआ था। शिकायत में बताया कि जब हम दोनों लगभग साढ़े चार बजे के करीब अपनी मोटरसाईकिल पर शहजादपुर से नारायणगढ वाली सडक पर पहुंचे तो मैने पानी की कुरली की जब मैने कुरली की तो हमारे पीछे एक कार आ रही थी और कुरली का पानी कार के ड्राईवर के पास अगली सीट पर बैठे व्यकित पर पानी गिर गया, जिस पर कार थोडी दूर-जाकर रुकी और कार वालों ने हमे भी रोक लिया कार में से चार व्यक्ति नीचे उतर कर हम दोनो के साथ गाली गलौच करने लगे। शिकायत में बताया कि कार सवार व्यक्तियो के नाम गुरविन्द्र सिंह उर्फ प्रीयंकल पुत्र सतनाम सिंह, परमजीत सिंह, रणजीत सिंह व सतनाम सिंह निवासी लुधियाना है। शिकायत में बताया कि गाडी के चालक तथा गाडी एनडेवर को मैं सामने आने पर पहचान सकता हुं। शिकायतकर्ता ने बताया कि मुझे अमरजीत व प्रियकल के पिता सतनाम सिंह ने पकड लिया व गुरविन्द्र सिंह उर्फ प्रियकल ने अपनी गाडी में से तलवार निकालकर मेरे को मारी और जब मेरा साथी तुषार मेरे बचाव में आया तो अमरजीत सिंह तथा गुरविन्द्र सिंह उर्फ प्रियंकल के पिता सतनाम सिंह ने तुषार के उपर डन्डो से हमला कर दिया। उसके बाद कार एन्डेवर बा रंग सफेद जिसमें पांच व्यक्ति सवार थे वहां से आगे अपनी कार लेकर चल दिये और फिर हम भी अपनी मोटरसाईकिल लेकर चल दिये जोकि आगे जाकर बिलासपुर गांव के बोर्ड के पास कार सवारों ने हमारी मोटरसाईकल के पीछे अपनी गाडी की टक्कर मारी, जिस कारण हम दोनो मोटरसाईकिल से नीचे गिर गये तथा दोनो डर के मारे पास के जगलो में छिप गये। शिकायत में बताया कि गुरवनिद्र सिंह व अन्य हमें धमकी दे रहे थे कि आज तो बच गये हो अगर दोबारा मिले तो जान से मार देगे। शिकायत में बताया कि इस दौरान मेरी सोने की चैन भी गिर गई, जिसको गुरविन्द्र सिंह उर्फ प्रीयंकल उठाकर ले गया। जिसके बाद हम दोनो कुछ देर के बाद जगंल में से निकल कर अपनी मोटरसाईकिल लेकर सरकारी हस्पताल नारायणगढ में ईलाज के लिये चले गये थे। जहा से डाक्टर साहब ने हम दोनो को ईलाज के लिये सिविल हस्पताल अम्बाला शहर भेज दिया था।
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