Aaj Samaj (आज समाज),Angel Prime Mall Panipat, पानीपत : 18 साल हवा में झूलता रहा एंजल प्राइम मॉल बेसमेंट की कंप्लीशन तक जारी नहीं और बन गई विशाल बिल्डिंग, जब सुनवाई ना हो तो जाना पड़ता है हाई कोर्ट यह बात जोगिंदर स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने एंजेल मॉल के हाई कोर्ट के आए निर्देश के बाद प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने 2016 से एंजेल मॉल में अवैध तरीके से बनी पार्किंग को लेकर संघर्ष शुरू किया, जिसमें पूर्व मेयर सरदार भूपेंद्र सिंह, सेक्टर 11 -12 के RWA , पूर्व पार्षद पति सरदार बलजीत सिंह, बाजार प्रधान गौरव लिखा, स्वर्गीय लकी शर्मा, विक्की बत्रा जैसे सामाजिक साथियों और जन आवाज सोसाइटी के सदस्यों के सहयोग से लगातार 2 साल तक धरने प्रदर्शन किए गए, जिसमें तत्कालीन उपायुक्त चंद्रशेखर खरे द्वारा बैंकट हॉल को सील करने का नोटिस देने के बाद वह नोटिस रातों-रात रद्द होने पर 2018 में हाई कोर्ट का सहारा लेना पड़ा।
उन्होंने कहा कि हुडा विभाग माननीय उच्च न्यायालय को भी यह कहकर लगातार 4 सालों तक गुमराह करता रहा कि इस पर कार्रवाई करना नगर निगम का कार्य है और उन्होंने यह सेक्टर नगर निगम के हवाले कर दिया है। जिस पर नगर निगम द्वारा शपथ पत्र देकर यह कहा गया कि हमारा कार्य देखभाल का है। इस पर कोई कार्य कार्यवाही करना हमारे हद में नहीं है, जिस पर माननीय हाई कोर्ट द्वारा खफा होकर हुडा विभाग पर 50000 रुपए का जुर्माना लगाते हुए तत्काल इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। जिस पर अब 7 दिसंबर को संपदा अधिकारी हुडा सत्यवान मान द्वारा एंजेल मॉल को रिज्यूम करने के बारे में उल्लेख सहित जवाब दायर किया गया, जिसमें कहा गया कि एंजेल मॉल मल्टीप्लेक्स सिनेमा कंपलेक्स कमर्शियल उद्देश्य के लिए पास था, जबकि लोअर ग्राउंड फ्लोर पार्किंग और सर्विस एरिया के लिए पास की गई थी, लेकिन अब उसमें अवैध रूप से बैंकट हॉल चलाया जा रहा है, वह नॉन कंपाउंडेबल है और इसी प्रकार साइट का नक्शा एक ही एंट्री और एक ही एग्जिट के लिए पास था। जबकि ग्राउंड फ्लोर पर सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी साइड में एंट्री बना रखी है, जो कि नियमों के विरुद्ध है। इसी प्रकार सीडी और रैंप सेटबैक एरिया में बना ली गई जो की नॉन कंपाउंडेबल है इसी प्रकार एक शौचालय की जगह पर परिवर्तन करके दुकान बना ली गई जो की पूरी तरीके से नियमों की उल्लंघना है।
फायर ब्रिगेड द्वारा जारी एन ओ सी को लेकर जवाब दायर किया गया कि लोअर ग्राउंड फ्लोर में कवर्ड एरिया केवल 450.65 स्क्वायर मीटर ही कवर किया जाना था जबकि मौके पर 2250 स्क्वायर मीटर बनता है जहां पर सेफ्टी एवं फायर विभाग द्वारा एनओसी जारी की गई वह नवकार बैंक्विट हॉल के लिए की गई थी जबकि रिकॉर्ड में डीएपी स्टेट प्राइवेट लिमिटेड की जगह है नवकार नाम का कोई भी नक्शा अनुसार स्वीकृति विभाग द्वारा जारी नहीं की गई और यह एन ओ सी पूरी तरह से गलत तरीके से जारी की गई और यह है लोअर ग्राउंड फ्लोर केबल पार्किंग और पब्लिक सुविधा के लिए है, जिसमें 11.9 % ही कवर्ड एरिया होना था जिसको लेकर एंजल प्राइम मॉल का आवंटन रद्द कर दिया गया।
स्वामी ने बताया उनके द्वारा फायर अधिकारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर गलत तरीके से दी गई एन ओ सी मामले को लेकर मुख्यमंत्री और फायर सेफ्टी हरियाणा के उच्च अधिकारियों को शिकायत दी गई है लेकिन अब तक ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई कार्रवाई न होना हमारी ईमानदार सरकार के ऊपर सवालिया निशान खड़े करता है। उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचार में सबसे बड़ा अगर कोई दोषी है तो वह हुडा विभाग के अधिकारी हैं जिन्होंने सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर यहां पर कमाई का साधन बनाया जिसके बार-बार शिकायतें होने के बाद भी इस विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई उन्होंने कहा कि इससे बड़ी हैरानी का विषय क्या हो सकता है कि 19 साल में अब तक हुडा विभाग को यही मालूम नहीं है कि उनके द्वारा बेसमेंट की कोई कंप्लीशन ही जारी नहीं की गई और बिना कंप्लीशन के क्या एंजेल मॉल हवा में झूल रहा है उन्होंने कहा कि हुडा विभाग के उच्च अधिकारी इसको रिज्यूम करने से पहले उन अधिकारियों की कुंडली देखें जिन्होंने बिना कंपाउंडिंग फीस लिए ही यहां कंप्लीशन जारी की है सबसे पहले उन भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने करोड़ की प्रॉपर्टी को जीरो करने का कार्य किया उन्होंने कहा कि यह एंजेल मॉल आज थर्ड पार्टी क्रिएट हो चुका है, जिन लोगों ने यह खरीदा है उनका क्या कसूर है। इसमें सबसे बड़े दोषी हुडा के अधिकारी हैं।
उन्होंने कहा जिस पार्किंग में बैंकट हॉल है वहां लोगों के जीवन को खतरा है। उसको अब से कई साल पहले ही सील करना बनता था, लेकिन उसको आज तक सील नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जिन दुकानदारों ने कई-कई बार इन दुकानों को खरीदा बेचा है। इनकी कैसे रजिस्ट्री हुई हुडा विभाग द्वारा अब से पहले इनको नोटिस क्यों नहीं दिया गया। इसमें इन दुकानदारों और माल मलिक के नुकसान के जिम्मेवार हुडा विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।