संजीव कौशिक. रोहतक
Anganwadi workers Strike : आंगनवाड़ी वर्करों ने आंदोलन को तेज करते हुए 5 मार्च तक हड़ताल को बढ़ा दिया है। समय रहते सरकार ने प्रधानमंत्री की घोषणाओं एवं मुख्यमंत्री द्वारा किए समझौते को लागू नहीं किया तो, हड़ताल को अनिश्चितकालीन में बदल दिया जाएगा। तमाम जिलों में आंगनवाड़ी के धरने प्रदर्शन लगातार जारी, वही सीएम सिटी करनाल में महापड़ाव भी लगातार जारी है। खुले आसमान के नीचे सड़कों पर रात बिताने के लिए प्रदेश की बेटियां, हरियाणा सरकार ने मजबूर कर रखी है। रात को कभी मशाल जुलूस ,कभी कैंडल मार्च निकाले जा रहे है। मांगों का समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा ।
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आशा वर्कर अम्बाला की जगह पहुंचे रोहतक (Anganwadi workers Strike In Mansarovar park)
वही आशा वर्करों ने भी सरकार के दमन के खिलाफ उपायुक्त कार्यालय रोहतक पर रोष प्रदर्शन किया और आशा वर्करों ने 17 फरवरी से राज्यव्यापी हड़ताल कर, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आवास की घेराबंदी की करने का आह्वान था। (Anganwadi workers Strike) पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार सुबह आशा वर्कर्स अपने अपने साधनों से अंबाला की तरफ कुच किया तो ,रास्तों में अलग-अलग जिलों में आशाओं के साधनों को रोक लिया, ड्राइवरों को पीटा गया और आशा वर्करों को थानों में बंद कर दिया, सीटू नेताओं को घरों से अर्ली मॉर्निंग गिरफ्तार कर लिया गया । जिस कारण प्रदेश की तमाम आशाओं में और परियोजना वर्करों में भारी गुस्सा हुआ और जो आशा अंबाला नहीं जा सकी,फौरी तौर पर सैकड़ों की संख्या में उपायुक्त मुख्यालय रोहतक पहुंची । आशा वर्करों ने डीसी कार्यालय का घेराव किया ।
आंदोलनकारी पर किये गए मुकदमे दर्ज (Anganwadi workers Strike In Rohtak)
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा केन्द्रीय कमेटी सदस्य जोगेन्द्र करौंथा ने हरियाणा सरकार की महिला विरोधी नीतियों की घोर आलोचना करते हुए कहा कि लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन और रैली करना हमारा जनवादी अधिकार है। एक तरफ आशा वर्करों को कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जा रहा, दूसरी तरफ आंदोलनरत आशाओं पर एस्मा के तहत मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है, प्रदर्शन रोका गया है। (Anganwadi workers Strike) जो लोकतंत्र की हत्या है और भाजपा आर एस एस का जो गुप्त एजेंडा है खुलकर सामने आया है ।यह हिटलर वाली हठधर्मिता अपनाकर पूरे देश की जनता का कचूमर निकालना चाहते हैं, अदानी अंबानी के गोदाम संपत्ति से भरवाना चाहते हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर सरकार ने अपनी दमनकारी नीति को नहीं बदला, तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
आंगनवाड़ी वर्करों को बार-बार आश्वासन मिलते रहे (Anganwadi workers Strike)
प्रधानमंत्री द्वारा आंगनवाड़ी वर्करों, आशाओं के लिए घोषणाएं की थी ,जो आज तक हरियाणा सरकार लागू नहीं कर रही है ,वही दोनों ही यूनियनो के साथ हरियाणा सरकार ने समझौते किए थे ।आंगनवाड़ी वर्करों का समझौता लागू नहीं किया जा रहा ,8 दिसंबर से हड़ताल चल रही है। इसी प्रकार आशाओं ने कई बार रेलिया स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर अंबाला में की और स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन पर कई बार रैलियों को स्थगित भी किया है। बार-बार आश्वासन मिलते रहते हैं कि मुख्यमंत्री के पास फाइल गई हुई है और आज दोबारा प्रदर्शन की तैयारी के लिए पहुंचे तो, गिरफ्तार कर लिया, जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे की पोल खोलता, जीता जागता उदाहरण है। हरियाणा सरकार बाज आए और बातचीत से आंगनवाड़ी वर्करों एवं आशा वर्करों के पूर्व घोषित समझौते व मांगों को लागू करें ,वरना जनवादी आंदोलन तेज होगा।